अंतरराज्यीय ड्रग सिंडिकेट का भंडाफोड़, चार आरोपित गिरफ्तार
नई दिल्ली{ गहरी खोज }: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने अंतरराज्यीय नशा तस्करी गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने अफ्रीकी मूल के चार सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार कर 20.146 किलो मेथाम्फेटामाइन, 700 ड्रग टैबलेट, केमिकल्स और मोबाइल ड्रग मैन्युफैक्चरिंग लैब बरामद की है। बरामद नशीले पदार्थों की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 100 करोड़ रुपये से अधिक आंकी गई है।
स्पेशल सेल के पुलिस उपायुक्त आलाप पटेल ने बुधवार को बताया कि पकड़े गए आरोपितों की पहचान एज़ेबुएनी एस्टर ओसीटा उर्फ एला (45), चार्ल्स चिमुआन्या एबेरेऑनवू उर्फ अमोरका (32), चिनोये इमैनुएल (46) और डियारा इदरीस उर्फ व्हाइट मनी उर्फ सर व्हाइट (38) के रूप में हुई है।
पुलिस उपायुक्त के अनुसार एक नवंबर को स्पेशल सेल को सूचना मिली कि दिल्ली-एनसीआर में अफ्रीकी मूल के कुछ लोग बड़े पैमाने पर ड्रग तस्करी में शामिल हैं। पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर रात करीब 12 बजे एस्टर ओसीटा को एक लाल ट्रॉली बैग के साथ पकड़ा गया। तलाशी में बैग से 17.146 किलो मेथाम्फेटामाइन और 700 टैबलेट (440 ग्राम) मिलीं। इस पर एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया।
पूछताछ में एला ने खुलासा किया कि वह चंदर विहार में रहने वाले अमोरका से ड्रग लेती थी और बेंगलुरु में व्हाइट मनी को सप्लाई करने जा रही थी। पांच नवंबर को चंदर विहार में छापेमारी कर चार्ल्स उर्फ अमोरका को गिरफ्तार किया गया। उसके पास से 3 किलो मेथ बरामद हुई। उसी दिन निलौठी एक्सटेंशन के टेक चंद कॉलोनी में एक मोबाइल ड्रग मैन्युफैक्चरिंग लैब पकड़ी गई, जहां से केमिकल्स, प्रीकर्सर, सॉल्वेंट्स और लैब उपकरण भी मिले। पुलिस उपायुक्त के अनुसार छह नवंबर को चिनोये इमैनुएल को दबोचा गया, जो अमोरका की मदद से ड्रग तैयार करता था।तकनीकी निगरानी के बाद सात नवंबर को बेंगलुरु से व्हाइट मनी को भी गिरफ्तार किया गया। एला दिल्ली के जनकपुरी, विकासपुरी और उत्तम नगर में ड्रग प्राप्त करती थी। वह दिल्ली से मुंबई व बेंगलुरु तक ट्रेन के जरिए सप्लाई करती थी।
वहीं अमोरका के देशभर में ग्राहक थे और वह कई कूरियर गर्ल्स के माध्यम से ड्रग भेजता था। जबकि चिनोये इमैनुएल मोबाइल लैब में ड्रग बनाता था। वहीं पकड़ा गया व्हाइट बेंगलुरु में नेटवर्क संभालता था और अवैध चैनलों से रकम नाइजीरिया भेजता था। सभी आरोपित बिना वैध दस्तावेजों के भारत में अवैध रूप से रह रहे थे।
