बिहार में कैबिनेट और स्पीकर पद को लेकर राजनीतिक सरगर्मी तेज
पटना{ गहरी खोज }: बिहार में 20 नवंबर को नई सरकार के शपथ ग्रहण से पहले एनडीए गठबंधन के भीतर कैबिनेट में शामिल होने और विधानसभा अध्यक्ष पद को लेकर जोरदार लॉबिंग शुरू हो गई है। सहयोगी दल कैबिनेट में अपने हिस्से को अंतिम रूप देने और स्पीकर के पद पर सहमति बनाने की कोशिशों में जुटे हैं।
सूत्रों के मुताबिक, स्पीकर पद पर भाजपा और जदयू दोनों ही अपना दावा पेश कर रही हैं, जिसके चलते दोनों दलों के वरिष्ठ नेताओं की नई दिल्ली में लगातार बैठकों का दौर जारी है। पिछली विधानसभा में भाजपा के नंद किशोर यादव स्पीकर थे और जदयू के नरेंद्र नारायण यादव उपाध्यक्ष। जानकारी के अनुसार, जदयू के विजय चौधरी और भाजपा के प्रेम कुमार इस बार स्पीकर पद की रेस में सबसे आगे माने जा रहे हैं।
नई कैबिनेट में भाजपा और जदयू की ओर से पांच से छह नए चेहरों के शामिल होने की संभावना है। जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा को भी मंत्री बनाए जाने की चर्चा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 20 नवंबर को लगातार 10वीं बार पद की शपथ लेंगे। इससे एक दिन पहले उन्होंने इस्तीफा देकर पुरानी विधानसभा को भंग किया था।
243 सदस्यीय विधानसभा में एनडीए को 202 सीटें मिलीं। भाजपा ने 89, जदयू ने 85, लोजपा (आरवी) ने 19, हम ने 5 और आरएलएम ने 4 सीटें जीती थीं। जदयू अपने मौजूदा मंत्रियों को बनाए रखने की योजना में है, जबकि भाजपा कुछ नए नाम शामिल कर सकती है।
छोटे सहयोगी—चिराग पासवान की लोजपा (RV), जीतन राम मांझी की हम-से, और उपेंद्र कुशवाहा की आरएलएम—भी कैबिनेट में शामिल होंगे। लोजपा (RV) को तीन मंत्री पद, जबकि हम-से और आरएलएम को एक-एक पद मिलने की संभावना है। कुल मिलाकर भाजपा के लगभग 16 मंत्री, जदयू के 14 मंत्री और नीतीश कुमार शपथ लेंगे।
शपथ ग्रहण कार्यक्रम के लिए ऐतिहासिक गांधी मैदान को 20 नवंबर तक आम लोगों के लिए बंद कर दिया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित कई शीर्ष नेता समारोह में शामिल होंगे, जिसके चलते सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
