सबरीमला में लाखों श्रद्धालु, पानी की कमी पर उठी नाराज़गी
पथनमथिट्टा{ गहरी खोज }:वार्षिक ‘मंडला-मकरविलक्कु’ तीर्थयात्रा के दूसरे दिन सबरीमला में मंगलवार को भगवान अयप्पा के दर्शन के लिए लाखों श्रद्धालु पहुंचे, जिनमें से कई घंटों तक कतार में खड़े रहे। लंबे इंतज़ार के दौरान पानी की कमी को लेकर श्रद्धालुओं ने शिकायतें कीं, जिसके बाद नए त्रावणकोर देवस्वोम बोर्ड (TDB) अध्यक्ष के. जयकुमार ने कतारों में खड़े लोगों तक पानी पहुंचाने के लिए दो सौ अतिरिक्त कर्मचारियों को तैनात किया।
जयकुमार ने कहा कि उन्होंने मंदिर परिसर में पहले कभी इतनी विशाल और खतरनाक भीड़ नहीं देखी। उन्होंने बताया कि कुछ लोग कतार तोड़कर आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे थे, जिससे स्थिति और गंभीर हो गई। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि श्रद्धालुओं की कतारें निरंतर चलती रहें और कोई भी लाइन न काटे। उन्होंने यह भी कहा कि निलक्कल में श्रद्धालुओं के प्रवाह को नियंत्रित करने की व्यवस्था की जा रही है, ताकि पंबा में भीड़ न बढ़े और भक्तों को तीन से पांच घंटे की लंबी प्रतीक्षा न करनी पड़े।
उन्होंने बताया कि निलक्कल में इंतज़ार की अच्छी सुविधाएँ हैं और वहीं सात अतिरिक्त स्पॉट बुकिंग काउंटर भी खोले जाएंगे ताकि श्रद्धालु प्रक्रिया पूरी करने के लिए पंबा न आएं। आवश्यकता पड़ने पर रोज़ाना की स्पॉट बुकिंग की संख्या तय करने पर भी विचार किया जाएगा। जयकुमार ने यह भी कहा कि श्रद्धालु कतार परिसर में प्रवेश करने से हिचक रहे हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि इससे उनकी लाइन में आगे बढ़ने की प्राथमिकता प्रभावित होगी, जबकि परिसर में रहने से उन्हें पानी और बिस्कुट उपलब्ध कराना आसान हो जाएगा।
उन्होंने बताया कि दो सौ अतिरिक्त कर्मियों को कतारों में पानी पहुंचाने के लिए तैनात किया है और तमिलनाडु से लगभग दो सौ सफाईकर्मी भी बुलाए जा रहे हैं, जो सबरीमला परिसर के शौचालयों की सफाई का काम संभालेंगे। बोर्ड के अनुसार, मंदिर के 16 नवंबर की शाम को खोले जाने के बाद से मंगलवार दोपहर तक लगभग दो लाख श्रद्धालु सबरीमला पहुंच चुके हैं। दोपहर बारह बजे तक कुल 1,96,594 भक्त मंदिर में दर्शन कर चुके थे।
