पंजाब में विदेशी हैंडलरों से जुड़े 10 मुख्य सहयोगी गिरफ्तार, ग्रेनेड हमले की साजिश बेनकाब

0
69e198911dcd1a8c09982b53788be583
  • राज्य में अशांति फैलाने के उद्देश्य से आबादी वाले क्षेत्र में ग्रेनेड हमले का था निर्देश

चंडीगढ़{ गहरी खोज }: लुधियाना पुलिस आयुक्तालय ने विदेशी हैंडलरों से जुड़े 10 मुख्य सहयोगियों को गिरफ्तार करके पाकिस्तानी ख़ुफ़िया एजेंसी आईएसआई समर्थित ग्रेनेड हमला मॉड्यूल का पर्दाफाश किया है। पकड़े गए आरोपित मलेशिया स्थित तीन सहयोगियों के माध्यम से पाकिस्तानी हैंडलरों के संपर्क में थे, ताकि हैंड ग्रेनेड की प्राप्ति और आपूर्ति के लिए समन्वय स्थापित किया जा सके।
पंजाब के पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने गुरुवार काे बताया कि गिरफ्तार व्यक्तियों की पहचान कुलदीप सिंह, शेखर सिंह और अजय सिंह उर्फ अजय के रूप में हुई है, जो सभी मुक्तसर साहिब के निवासी हैं। अमरीक सिंह, परमिंदर उर्फ चिड़ी, विजय, सुखजीत सिंह उर्फ सुख बराड़, सुखविंदर सिंह, करनवीर सिंह उर्फ विक्की और साजन कुमार उर्फ संजू को कूरियर और सहयोगी की भूमिका निभाने के आरोप में विभिन्न जेलों से प्रोडक्शन वारंट पर लाया गया है।
डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि पुलिस टीमों ने इनके पास से एक 86पी चीनी हैंड ग्रेनेड, एक काली किट और दस्तानों का एक सेट बरामद किया है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि उन्होंने बताया कि हैंडलरों द्वारा आरोपितों को राज्य में अशांति फैलाने के लिए आबादी वाले क्षेत्र में ग्रेनेड हमला करने का निर्देश दिया गया था। डीजीपी ने कहा कि मामले की गहन जांच जारी है, ताकि सभी अंतरराष्ट्रीय और स्थानीय संबंधों का पता लगाया जा सके।
लुधियाना पुलिस आयुक्त (सी.पी.) स्वपन शर्मा ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर कुलदीप सिंह, शेखर सिंह और अजय सिंह उर्फ अजय के विरुद्ध थाना जोधेवाल में एफआईआर दर्ज की गई थी। उन्होंने बताया कि मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए डीसीपी (जांच) और डीसीपी (सदर) की निगरानी में विशेष टीमें गठित की गईं, जिन्होंने तीनों आरोपितों को गिरफ्तार किया। उन्होंने कहा कि आगे की जांच में मलेशिया-आधारित विदेशी मास्टरमाइंड अजय उर्फ अजय मलेशिया, जस्स बहिबल और पवनदीप की पहचान की गई है। ये सभी मलेशिया में एक साथ रहते हैं और पंजाब में अमरीक सिंह तथा परमिंदर उर्फ चिड़ी से संपर्क में थे, जो पहले उनके लिए नशीले पदार्थों की तस्करी का कार्य करते थे।
सीपी स्वपन शर्मा ने बताया कि जांच के दौरान अजय (मलेशिया) के भाई विजय गंगानगर जेल में एनडीपीएस अधिनियम के तहत बंद था। उसको भी इस मामले में सहयोगी की भूमिका निभाने के लिए प्रोडक्शन वारंट पर लाया गया। आगे जांच में स्थानीय नेटवर्क का भी खुलासा हुआ, जिसमें सुखजीत सिंह, सुखविंदर सिंह, करणवीर सिंह और साजन उर्फ सानू शामिल हैं, जिन्होंने पंजाब में हैंड ग्रेनेड की डिलीवरी में मदद की थी। सीपी स्वपन शर्मा ने बताया कि आरोपितों के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां (निरोधक) अधिनियम (यू ए पी ए ) की धाराएं लगाई गई हैं और विदेशों में सक्रिय आरोपितों के विरुद्ध रेड कॉर्नर नोटिस (आर सी एन) जारी किए गए हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में अधिक गिरफ्तारियां और बरामदगियां होने की संभावना है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *