मार्को रूबियो ने लाल किले विस्फोट की जांच में भारत की पेशेवरता की सराहना की
न्यूयॉर्क{ गहरी खोज }:अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने कहा कि भारत ने लाल किले के पास हुई कार विस्फोट की जांच में “बेहद संतुलित, सतर्क और पेशेवर” रवैया अपनाया है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि “यह स्पष्ट रूप से एक आतंकी हमला था” और वाशिंगटन ने मदद की पेशकश की है, लेकिन नई दिल्ली “ऐसी जांचों में पूरी तरह सक्षम” है। रूबियो ने बुधवार को कनाडा के हैमिल्टन में पत्रकारों से कहा, “हाँ, हम इस घटना से जुड़ी संभावनाओं से पूरी तरह अवगत हैं। लेकिन मुझे लगता है कि भारत को सराहना मिलनी चाहिए — उन्होंने बहुत संतुलित, सावधानीपूर्वक और पेशेवर तरीके से जांच की है।”
उन्होंने आगे कहा, “यह जांच जारी है। यह स्पष्ट रूप से एक आतंकी हमला था। विस्फोटक सामग्री से भरी एक कार में धमाका हुआ, जिसमें कई लोगों की जान गई। लेकिन मुझे लगता है कि भारत इस जांच को बहुत अच्छे ढंग से आगे बढ़ा रहा है, और जब उनके पास पक्के तथ्य होंगे, वे उन्हें सार्वजनिक करेंगे।”
रूबियो, जिन्होंने जी7 विदेश मंत्रियों की बैठक के दौरान विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात की, से पूछा गया कि दिल्ली में हुए इस विस्फोट और भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव पर उनका क्या विचार है। गौरतलब है कि मई में दोनों परमाणु-संपन्न देशों के बीच संघर्ष हुआ था, जब भारत ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू कर पाकिस्तान में आतंकी ढांचे को निशाना बनाया था। यह कार्रवाई 22 अप्रैल के पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में की गई थी।
रूबियो ने कहा, “हम इस बात से अवगत हैं कि इस घटना से तनाव बढ़ सकता है। हमने आज इस पर थोड़ी चर्चा भी की — इस संभावना पर कि यह मामला और व्यापक रूप ले सकता है। लेकिन हम यह देखना चाहेंगे कि उनकी जांच क्या निष्कर्ष देती है।”
उन्होंने जोड़ा, “अमेरिका ने मदद की पेशकश की है, लेकिन मुझे लगता है कि भारत इस तरह की जांच में बहुत सक्षम है। उन्हें हमारी मदद की ज़रूरत नहीं है। वे बहुत अच्छा काम कर रहे हैं और उन्होंने हमेशा की तरह बहुत पेशेवर और संयमित दृष्टिकोण अपनाया है।”
भारत ने बुधवार को लाल किले के बाहर हुए कार विस्फोट को “घृणित आतंकी घटना” बताया और जांच एजेंसियों को “अत्यधिक तत्परता और पेशेवर तरीके” से काम करने के निर्देश दिए, ताकि अपराधियों और उनके समर्थकों को जल्द से जल्द न्याय के कटघरे में लाया जा सके। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में भारत ने आतंकवाद के प्रति “शून्य सहिष्णुता” की अपनी नीति को दोहराया। सरकार ने कहा कि स्थिति की निगरानी उच्चतम स्तर पर की जा रही है। कैबिनेट ने इस घटना में मारे गए निर्दोष लोगों की याद में दो मिनट का मौन रखा और इस जघन्य कृत्य की निंदा करते हुए गहरा शोक व्यक्त किया।
सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने प्रेस ब्रीफिंग में बताया, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में 10 नवम्बर 2025 की शाम लाल किले के पास कार विस्फोट में जान गंवाने वाले लोगों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की गई।” रूबियो से मुलाकात के बाद जयशंकर ने एक्स (X) पर लिखा, “आज सुबह @SecRubio से #G7 FMM में मुलाकात की। दिल्ली विस्फोट में जान गंवाने वालों के प्रति उनके संवेदना संदेश की सराहना की। हमने व्यापार और आपूर्ति श्रृंखला पर ध्यान केंद्रित करते हुए द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की। साथ ही यूक्रेन संघर्ष, पश्चिम एशिया की स्थिति और इंडो-पैसिफिक क्षेत्र पर विचारों का आदान-प्रदान किया।”
