संभलकर रहना घर में छिपे गद्दारों से
संपादकीय { गहरी खोज }: देश की राजधानी दिल्ली में लाल किला, मेट्रो स्टेशन के पास सोमवार शाम एक कार में हुए बम विस्फोट से 12 लोगों की मौत और 30 के करीब घायल हुए लोगों के समाचार ने देशवासियों को एक बड़ा झटका दिया है। देशवासी दुःखी भी हैं और आक्रोश में भी हैं। बम धमाके से पहले जम्मू-कश्मीर और फरीदाबाद पुलिस ने आतंकी मॉड्यूल के खिलाफ संयुक्त कार्रवाई करते हुए फरीदाबाद से एक कश्मीरी डॉक्टर को गिरफ्तार कर 2910 किलोग्राम विस्फोटक तथा हथियार बरामद किये हैं। आरोपी की पहचान डॉ. मुजम्मिल अहमद गनी उर्फ मुसैब के तौर पर हुई है। पुलिस ने इससे पहले एक महिला डॉक्टर शाहीन शाहिद को भी गिरफ्तार किया, जबकि सोमवार को एक स्थानीय मौलवी को हिरासत में लिया गया। पुलिस के अनुसार, फरीदाबाद के धौज स्थित अल फ्लाह यूनिवर्सिटी के शिक्षक डॉ. मुजम्मिल ने फरीदाबाद में किराये पर दो जगह कमरा लेकर विस्फोटक छुपाये थे। श्रीनगर में जैश-ए-मोहम्मद के समर्थन में पोस्टर लगाने के एक मामले में जम्मू-कश्मीर और फरीदाबाद पुलिस की संयुक्त टीम ने उसे गत 30 अक्तूबर को अल फ्लाह यूनिवर्सिटी से गिरफ्तार किया था। ट्रांजिट रिमांड पर जम्मू-कश्मीर ले जाने के बाद शनिवार 8 नवंबर की रात पुलिस उसे वापस फरीदाबाद लायी और अल फ्लाह यूनिवर्सिटी परिसर में पूछताछ व छापेमारी की। इसके बाद रविवार को यूनिवर्सिटी से महज 500 मीटर दूर एक मकान के कमरे से करीब 360 किलो अमोनियम नाइट्रेट व अन्य विस्फोटक तथा हथियार बरामद किए गये। सोमवार को धौज से चार किलोमीटर दूर गांव फतेहपुर तगा स्थित एक मकान से 2563 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट और हथियार बरामद किए। पुलिस ने मकान के मालिक मौलवी इश्ताक (35) को भी हिरासत में लिया है। डॉ. मुजम्मिल गनी समेत देश के विभिन्न हिस्सों से तीन चिकित्सकों समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें से सात कश्मीर से हैं। पुलिस का दावा है कि इन गिरफ्तारियों से जम्मू-कश्मीर, हरियाणा और यूपी में फैले जैश-ए-मोहम्मद तथा अंसार गजवातुल हिंद के आतंकवादी मॉड्यूल का भंडाफोड़ हुआ है। पुलिस के अनुसार बरामदगी में एक चीनी स्टार पिस्तौल, बरेटा पिस्तौल, एके-56 राइफल, एके क्रिकॉव राइफल, विस्फोटक, मैग्जीन, कारतूस, रसायन, रिएजेंट्स, ज्वलनशील सामग्री, इलेक्ट्रॉनिक सर्किट, बैटरियां, तार, रिमोट कंट्रोल, टाइमर और धातु की शीट शामिल हैं।
धमाके की घटना में जिस सफेद आई 20 कार का इस्तेमाल हुआ, उसका सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। मेट्रो स्टेशन की पार्किंग से निकल रही कार में काला मास्क पहने एक शख्स बैठा दिखाई दिया। पुलिस के मुताबिक, कार में बैठे शख्स का नाम डॉ. मोहम्मद उमर नबी था। वह पुलवामा का रहने वाला है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक उमर ने विस्फोटकों के साथ खुद को उड़ा लिया। उसके डीएनए टेस्ट के लिए कश्मीर पुलिस ने पुलवामा में उसकी मां और दो भाई को हिरासत में लिया है। पुलवामा से उसके दोस्त डॉ. सज्जाद और पिता को भी हिरासत में लिया गया है। न्यूज एजेंसी पीटीआई अनुसार पुलिस के अनुसार जांच से पता चला है कि विस्फोट में अमोनियम नाइट्रेट, फ्यूल और डेटोनेटर का इस्तेमाल किया गया।
जितने बड़े स्तर पर देश में देश विरोधी शक्तियां सक्रिय हैं उससे स्पष्ट है कि इनको देश में छिपे गद्दारों का समर्थन व संरक्षण प्राप्त है। गद्दारों के समर्थन बिना यह सब कुछ संभव नहीं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि धमाके से जुड़े लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। लेकिन इतना बड़ा हादसा एक नहीं कई प्रश्नों को जन्म दे रहा है। भारत विरोधी शक्तियां जिस तरह डाक्टरों के माध्यम से अपने नापाक इरादों को अंजाम दे रही हैं यह चिंता का विषय है। आतंकियों के पनाहगारों के चेहरे भी देशवासियों के सामने आने चाहिए। देश में छिपे गद्दारों की हरकतों को देखकर 1950 के दशक में आई फिल्म तलाक का यह गाना जिसे मन्ना डे ने गाया और कवि प्रदीप ने लिखा था कि याद ताजा हो गई है।
एक बात कहनी है आज देश के प्यारों से
जनता से, नेताओं से फौजों की खड़ी क़तारों से
कहनी है एक बात हमें इस देश के पहरेदारों से
संभल के रहना अपने घर में छिपे हुए गद्दारों से
झाँक रहे हैं अपने दुश्मन अपनी ही दीवारों से
संभल के रहना अपने घर में छिपे हुए गद्दारों से…
ऐ भारत माता के बेटों सुनो समय की बोली को
फैलाती जो फूट यहां पर दूर करो उस टोली को…
जागो तुमको बापू की जागीर की रक्षा करनी है
जागो लाखों लोगों की तकदीर की रक्षा करनी है।
अभी अभी जो बनी है उस तस्वीर की रक्षा करनी है
संभल के रहना अपने घर में छिपे हुए गद्दारों से
होशियार होशियार तुमको अपने कश्मीर की रक्षा करनी है
आती है आवाज यहीं मंदिर मस्जिद गुरुद्वारों से
झांक रहे हैं अपने दुश्मन अपनी ही दीवारों से
संभल के रहना अपने घर में छिपे हुए गद्दारों से
देश सदियों तक गुलाम रहा, उसका कारण भी घर में छिपे हुए गद्दार ही थे। आज देश की आजादी को खतरा है तो घर में छिपे गद्दारों से ही है। सरकार अपने स्तर पर जो कर सकती है वह कर रही है, लेकिन समाज के हर व्यक्ति व वर्ग को भी घर में छिपे गद्दारों के प्रति सतर्क होने की आवश्यकता है। आप के आस-पड़ोस कोई संदिग्ध व्यक्ति दिखता है, उस बारे पुलिस व प्रशासन को सूचित कर उसकी सहायता करना हर भारतवासी का कर्तव्य है।
नशा तस्करी, हथियारों की तस्करी या आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने वाले आतंकवादियों को समर्थन व संरक्षण देने वाले देश में छिपे गद्दार ही हैं। इन गद्दारों से बचना और उन पर नजर रखना देश प्रेम करने वाले का कर्तव्य है। गद्दारों विरुद्ध लड़ाई में सफलता तभी मिलेगी जब समाज व सरकार मिलकर कार्य करेंगे। तत्काल रूप से पीड़ित परिवारों को न्याय मिले, यह सुनिश्चित करने के साथ-साथ हर प्रकार की सहायता भी सरकार को देनी चाहिए।
