विकसित भारत बनाने के लिए वंदेमातरम् की प्रासंगिकता बरकरार : प्रधान
नयी दिल्ली{ गहरी खोज } : शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा है कि विकसित और समृद्ध भारत बनाने के लिए वंदेमातरम् की प्रासंगिकता मौजूदा समय में भी बरकरार है।
श्री प्रधान ने सोमवार को यहां दिल्ली विश्वविद्यालय के रामजस काॅलेज में वंदेमातरम् की 150वीं वर्षगांठ पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद कहा कि हम सब के लिए गर्व की बात है कि वंदेमातरम् की वर्षगांठ पर यहां एकत्र होकर विकसित भारत, स्वच्छ समाज और स्वदेशी अर्थनीति के लिए आज हमने शपथ लिया।
उन्होंने कहा कि वंदेमातरम् 150 वर्ष पहले अंग्रेजों के ख़िलाफ़ राष्ट्रीय चेतना का माध्यम बना था। उस समय देश में स्वराज्य के लड़ाई और संघर्ष हो रहे थे आज देश को समृद्धि की ओर ले जाना है और विकसित भारत बनाना है। उन्होंने कहा कि आज भी वंदेमातरम् की उतनी ही प्रासंगिकता है।
उन्होंने कहा कि वंदेमातरम् 150वीं वर्षगांठ का उत्सव मनाने और इस गायन को जनआंदोलन बनाने के सरकार के निर्णय की प्रशंसा करते हुए कहा कि हम उस दिशा में आज एक कदम आगे बढ़े हैं।
