जुबिन गर्ग की मौत की जांच कर रहे न्यायिक आयोग के साथ सहयोग करें लोग: हिमंत
गुवाहाटी{ गहरी खोज }: असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने मंगलवार को कहा कि लोगों को दिवंगत गायक जुबिन गर्ग की रहस्यमयी मौत की जांच के लिए गठित न्यायिक आयोग के सहयोग के लिए आगे आना चाहिए। गुवाहाटी उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति सौमित्र सैकिया की अध्यक्षता वाले न्यायिक आयोग ने सोमवार को अपनी जांच शुरू की लेकिन पहले दिन कोई भी बयान दर्ज कराने के लिए आगे नहीं आया।
हिमंत ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “हमारे प्रिय जुबिन गर्ग की दुखद मौत के लिए जिम्मेदार परिस्थितियों की जांच के वास्ते माननीय उच्च न्यायालय के एक वर्तमान न्यायाधीश की अध्यक्षता में न्यायिक आयोग गठित करने का राज्य सरकार का फैसला सच और न्याय की खोज में एक बड़ा कदम है।” उन्होंने लिखा, “हमें आयोग की कार्यवाही में पूर्ण सहयोग करना चाहिए और सक्रिय रूप से हिस्सा लेना चाहिए, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि हर तथ्य सामने आए और सबसे पारदर्शी एवं निष्पक्ष तरीके से न्याय हो।”
जुबिन की 19 सितंबर को सिंगापुर में समुद्र में तैरते समय रहस्यमयी परिस्थितियों में मौत हो गई थी। वह चौथे पूर्वोत्तर भारत महोत्सव (एनईआईएफ) में हिस्सा लेने के लिए सिंगापुर गए थे। हिमंत ने सोमवार को दावा किया था कि जुबिन की सिंगापुर में हत्या की गयी। मामले की जांच कर रहे न्यायिक आयोग ने एक सार्वजनिक नोटिस जारी कर बताया कि उसने तीन नवंबर से 21 नवंबर तक संबंधित पक्षों से हलफनामे स्वीकार करने का फैसला किया है।
असम सरकार ने तीन अक्टूबर को न्यायिक आयोग का गठन किया था जिसे अगले छह महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया गया है।
न्यायिक आयोग सिंगापुर में जुबिन की दुर्भाग्यपूर्ण मौत के जिम्मेदार “तथ्यों और परिस्थितियों” की जांच करेगा। वह इस बात का भी पता लगाएगा कि क्या घटना के संबंध में किसी व्यक्ति, प्राधिकारी या संस्था की ओर से कोई चूक, गलती या लापरवाही हुई। आयोग “यह भी जांच करेगा कि क्या घटना में किसी बाहरी कारक, जिसमें गड़बड़ी, साजिश या गैरकानूनी कृत्यों की आशंका शामिल है, की भी कोई भूमिका थी।”
जुबिन की मौत के सिलसिले में कुल सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है जो फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं। इन लोगों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की विभिन्न धाराओं के तहत हत्या, गैर-इरादतन हत्या, आपराधिक षड्यंत्र और लापरवाही से मौत का कारण बनने का मामला दर्ज किया गया है।
