प्रधानमंत्री मोदी गीता जयंती और गुरु तेग बहादुर की 400वीं जयंती श्रद्धांजलि कार्यक्रम में कुरुक्षेत्र में होंगे शामिल

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चंडीगढ़{ गहरी खोज }: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 नवम्बर को कुरुक्षेत्र में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव और गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिव्य स्मृति कार्यक्रम में भाग लेंगे। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने यहां एक प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि प्रधानमंत्री मोदी इस कार्यक्रम की शोभा बढ़ाएंगे। उन्होंने कहा कि हरियाणा में गुरु तेग बहादुर जी की 350वीं शहादत वर्षगांठ को अत्यंत श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जा रहा है। इस अवसर पर 1 नवम्बर से 25 नवम्बर तक राज्यभर में अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जबकि राज्य स्तरीय मुख्य कार्यक्रम 25 नवम्बर को कुरुक्षेत्र में होगा।
सैनी ने बताया कि 10वां अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 15 नवम्बर से 5 दिसम्बर तक कुरुक्षेत्र में आयोजित होगा। आध्यात्मिक ज्ञान और सांस्कृतिक समृद्धि का संगम माने जाने वाले इस महोत्सव के मुख्य कार्यक्रम 24 नवम्बर से 1 दिसम्बर के बीच आयोजित किए जाएंगे।
इस महोत्सव का उद्देश्य भारत की सनातन ज्ञान परंपराओं को विश्व से जोड़ना है। इसमें कई देशों के विद्वान, महात्मा, राजनयिक और कलाकार भाग लेंगे तथा कुरुक्षेत्र की पवित्र भूमि पर कला, संगीत और संस्कृति का भव्य प्रदर्शन होगा।
प्रधानमंत्री मोदी की प्रेरणा से वर्ष 2016 से इस महोत्सव को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित करने की शुरुआत हुई थी। इसके अंतर्राष्ट्रीय संस्करण मॉरीशस, ब्रिटेन, कनाडा, श्रीलंका, ऑस्ट्रेलिया, इंडोनेशिया सहित कई देशों में आयोजित किए जा चुके हैं। इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में मध्य प्रदेश साझेदार राज्य रहेगा। ब्रह्मसरवर स्थित पुरूषोत्तमपुरा बाग में मध्य प्रदेश द्वारा एक सांस्कृतिक पवेलियन का निर्माण किया जाएगा।
24 नवम्बर से कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय गीता संगोष्ठी आयोजित की जाएगी। ब्रह्मसरवर के पवित्र तट पर 15 नवम्बर से 5 दिसम्बर तक ‘महाआरती’ होगी। इसके अलावा 1 दिसम्बर को ज्योतिसर तीर्थ पर गीता यज्ञ, गीता पाठ और भागवत कथा का आयोजन किया जाएगा।
सैनी ने बताया कि इस बार 18,000 छात्र मिलकर गीता का वैश्विक पाठ करेंगे। हर वर्ष की तरह 24 नवम्बर से 1 दिसम्बर तक ब्रह्मसरवर में गीता पुस्तक मेला भी लगेगा। उन्होंने कहा कि गीता महोत्सव में हर साल आने वालों की संख्या बढ़ रही है और लाखों श्रद्धालु कुरुक्षेत्र पहुंचते हैं। मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि श्रीमद्भगवद्गीता का संदेश हर युग और हर पीढ़ी के लिए प्रासंगिक है। उन्होंने कहा कि इस महोत्सव के माध्यम से विश्व समुदाय को गीता के शाश्वत संदेश से जोड़ने का प्रयास जारी है।

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