हड्डियों में जमे प्यूरिन के पत्थरों को पिघला देगा ये सूखा पत्ता, जानें यूरिक एसिड में कैसे करें इसका सेवन

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लाइफस्टाइल डेस्क { गहरी खोज }: शरीर में जब प्यूरिन की मात्रा अधिक होने लगती है और उसे किडनी पूरी तरह से फिल्टर नहीं कर पाती है तो ये हड्डियों के बीच जमा होने लगता है। जिससे हड्डियों में गैप आने लगता है, इस समस्या को गाउट (gout) कहा जाता है। इस दौरान आपकी हड्डियों के मूवमेंट्स प्रभावित हो जाते हैं और कई सारी समस्याएं और तेजी से बढ़ने लगती हैं। ये प्यूरिन शरीर में यूरिक एसिड की समस्या का कारण बनता है। समय के साथ समस्याएं और भी बढ़ जाती हैं। इसलिए शरीर में प्यूरिन की मात्रा को कंट्रोल करना जरूरी है। शरीर में प्यूरिन को कंट्रोल रखने में तेजपत्ता मददगार साबित हो सकता है। जानिए यूरिक एसिड में तेजपत्ता का कैसे इस्तेमाल करें?

यूरोपियन यूनियन डिजिटल लाइब्रेरी में छपी एक रिसर्च में बताया गया है कि कैसे तेजपत्ता यूरिक एसिड की समस्या को कम करने में मदद कर सकता है। यूरिक एसिड का उच्च स्तर, शरीर के अपशिष्ट उत्पादों में से एक है। तेज पत्ते जिसे साइजीगियम पॉलीएंथम भी कहा जाता है यूरिक एसिड के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है। ये पहले तो प्यूरिन नामक वेस्ट को शरीर से बाहर निकालता है और फिर इसका एंटीइंफ्लेमेटरी गुण गाउट के दर्द को कम करने में मदद करता है। इस तरह ये यूरिक एसिड की समस्या में बेहद ही कारगर तरीके से मदद कर सकता है।

यूरिक एसिड में पिएं तेजपत्ता का पानी

यूरिक एसिड में तेजपत्ता को उबाल कर इस पानी को पीना प्यूरिन पचाने में मदद कर सकता है। ये पहले तो हड्डियों के बीच और शरीर में जमा होते प्यूरिन के पत्थरों को पिघलाने में मदद करता है और उसके बाद इसे शरीर से फ्लश ऑउट करता है। इतना ही नहीं इसके एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर में गर्मी पैदा करते हैं और गाउट के दर्द को कम करने में मदद करते हैं। तो, 3 से 4 तेजपत्ता ले, इसे पानी में उबाल लें और इस पानी को छान कर इसमें शहद मिला कर पी लें।

तेज पत्ता की चाय भी है फायदेमंद
यूरिक एसिड की समस्या में तेजपत्ते का पानी पीने के अलावा आप इसकी चाय भी सकते हैं। ये भी सेहत के लिहाज से बेहद कारगर तरीके से काम करता है। तो, अगर आपको यूरिक एसिड की समस्या है तो तेजपत्ते का सेवन जरूर करें।

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