पुणे में संदिग्ध आतंकवादी के घर से मिली बम बनाने की जानकारी वाली किताब

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  • संदिग्ध आतंकवादी के सहयोगी से पूछताछ जारी

मुंबई{ गहरी खोज }: महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधी दस्ते ने प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन अल-कायदा से संबंधित संदिग्ध आतंकवादी जुबैर हंगरगेकर (35) के घर से अल-कायदा इंस्पायर पत्रिका, एके-47 राइफल चलाने और बम बनाने की जानकारी से संबंधित कई तस्वीरें बरामद की गई हैं। इसके बाद एटीएस ने जुबैर के एक साथी को पुणे स्टेशन के पास से बुधवार को हिरासत में लिया है और उससे भी पूछताछ चल रही है।
इस मामले की छानबीन कर रहे एटीएस अधिकारी ने बुधवार को बताया कि पुणे के कोंढवा इलाके से एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर जुबैर हंगरगेकर को गिरफ्तार किया गया। पुणे के न्यायालय ने आरोपित जुबैर हंगरगेकर को 4 नवंबर तक एटीएस कस्टडी में भेज दिया है। हंगरगेकर मूल रूप से सोलापुर का रहने वाला है और वर्तमान में कल्याणीनगर में एक सॉफ्टवेयर कंपनी में काम करता है। वह शादीशुदा है और उसके दो बच्चे हैं। उसका परिवार कोंढवा इलाके में रहता है। हाल ही में जुबैर चेन्नई गया था, वहां से लौटने के बाद वह अपने एक दोस्त से मिला था। इसलिए उसके एक दोस्त को भी संदेह के आधार पर पुणे रेलवे स्टेशन से हिरासत में लिया गया है।
एटीएस के अनुसार जुबैर हंगरगेकर के घर पर तलाशी के दौरान कुख्यात आतंकवादी बिन लादेन के एक भाषण का उर्दू अनुवाद मिला है। हंगरगेकर के पास से अल-कायदा इंस्पायर पत्रिका से एके-47 राइफल चलाने और बम बनाने की जानकारी और तस्वीरें मिली हैं। कितने कट्टरपंथी युवा बच्चे जुबैर के संपर्क में हैं और उसने किसी और को अल-कायदा का सदस्य बनने की सूचना दी है इसकी जांच एटीएस कर रही है।
अब तक की छानबीन में पता चला है कि जुबैर हंगरगेकर उच्च शिक्षित है और एक आईटी कंपनी में लाखों रुपये के पैकेज लेता है। एटीएस मामले की गहन जाँच कर रही है और यह पता लगा रही है कि क्या हंगरगेकर का अल-क़ायदा सदस्यों से कोई संबंध था, उसके पास ये सामग्रियाँ क्यों और किस उद्देश्य से थीं। पुलिस उसके दोस्त से भी पूछताछ कर रही है और उसके मोबाइल व अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की भी जाँच कर रही है । यह भी पता लगाया जा रहा है कि क्या वह किसी अन्य आतंकवादी संगठन के संपर्क में था।
इससे पहले, आईएसआईएस मॉड्यूल से जुड़ी जाँच के दौरान एटीएस ने इसी महीने 9 अक्टूबर को शहर में विभिन्न स्थानों पर छापे मारे थे। इस अभियान के दौरान 19 लैपटॉप और 40 मोबाइल फोन जब्त किए गए। जांच में जुबैर हंगरगेकर के लैपटॉप में अल-कायदा संगठन से संबंधित सामग्री डाउनलोड की गई पाई गई थी। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि ऐसी सामग्री डाउनलोड करना गंभीर अपराध है।
इस बीच, जब्त किए गए सभी उपकरणों की डिजिटल फोरेंसिक जांच चल रही है और अधिक महत्वपूर्ण जानकारी सामने आने की संभावना है। उस समय कुल 19 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया था। हालाँकि, गहन पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ दिया गया था। इन छापों के दौरान पुलिस ने इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के साथ कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज़ भी ज़ब्त किए थे।

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