इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग से बढ़ेंगे रोजगार के अवसर: अश्विनी वैष्णव
नयी दिल्ली{ गहरी खोज }: केंद्रीय रेल, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स कंपोनेंट मैन्युफैक्चरिंग के विस्तार से हजारों नई नौकरियां सृजित होंगी। उन्होंने बताया कि इलेक्ट्रॉनिक्स कंपोनेंट्स मैन्युफैक्चरिंग स्कीम (ECMS) के तहत 5,500 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की सात परियोजनाओं की पहली किस्त को मंजूरी मिल चुकी है। यह पहल भारत की इलेक्ट्रॉनिक्स वैल्यू चेन को गहराई देने की दिशा में बड़ा कदम है। मंत्री ने कहा, “सितंबर 2025 में भारत के स्मार्टफोन निर्यात 1.8 अरब डॉलर के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गए। इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पाद अब देश के तीसरे सबसे बड़े निर्यात क्षेत्र बन गए हैं।” पिछले कुछ वर्षों में भारत का इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर तेजी से उभरा है, जो 2024–25 में तीसरा सबसे बड़ा और सबसे तेज़ी से बढ़ता निर्यात क्षेत्र बन गया। ECMS योजना का उद्देश्य देश में आवश्यक कंपोनेंट्स, सब-असेंबली और कच्चे माल के घरेलू उत्पादन को प्रोत्साहित करना और वैश्विक वैल्यू चेन से जोड़ना है। 30 सितंबर तक इस योजना के तहत 1.15 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव मिले हैं, जो शुरुआती लक्ष्य से लगभग दोगुने हैं। इसके तहत अगले छह वर्षों में 10.35 लाख करोड़ रुपये के उत्पादन की उम्मीद है जो शुरुआती अनुमान से 2.2 गुना अधिक है। यह योजना भारत को एडवांस्ड इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग का वैश्विक केंद्र बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है।
