शीर्ष माओवादी पुल्लुरी सहित दो नेताओं ने डीजीपी के सामने किया आत्मसमर्पण

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शीर्ष माओवादी पुल्लुरी प्रसाद राव पर था 25 लाख का इनाम राज्य समिति के सदस्य बंदी प्रकाश ने भी किया आत्मसमर्पण

हैदराबाद{ गहरी खोज }: केंद्र सरकार के चलाए जा रहे ऑपरेशन कगार के चलते माओवादियों में हड‍़कंप सा मचा है। पुलिस व सुरक्षाबलों के दबाव के लिए माओवादी आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में आ रहे हैं। इसी क्रम में मंगलवार को दो मुख्य माओवादी नेताओं ने राज्य के डीजीपी के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। इन दोनों पर कुल 45 लाख रुपये का इनाम था।
तेलंगाना पुलिस महानिदेशक शिवधर रेड्डी ने आज एक पत्रकार वार्ता में बताया कि माओवादी केंद्रीय समिति के सदस्य पुल्लुरी प्रसाद राव उर्फ ​​शंकरन्ना, चंद्रन्ना और माओवादी राज्य समिति के सदस्य बंदी प्रकाश उर्फ ​​प्रभात ने आत्मसमर्पण कर दिया है।। पुल्लुरी प्रसाद राव पर 25 लाख रुपये और बंदी प्रकाश उर्फ ​​प्रभात पर 20 लाख रुपये का इनाम है।
डीजीपी रेड्डी ने बताया कि अब तक कुल 427 माओवादी आत्मसमर्पण कर चुके हैं। इनमें से आठ राज्य समिति के सदस्य और दो केंद्रीय समिति के सदस्य हैं। इनमें भी केवल नौ माओवादी तेलंगाना राज्य के हैं, बाकी अन्य राज्यों से हैं। केंद्रीय समिति में पांच तेलंगाना के माओवादी हैं। पुलिस अब तक 10 राज्य समिति सदस्यों की पहचान कर चुकी है। पुलिस ने जिला समिति में 20, क्षेत्र समिति में 14 और तेलंगाना समिति में 10 लोगों की भी पहचान कर ली है।
तेलंगाना के डीजीपी शिवधर रेड्डी ने कहा कि माओवादी चंद्रन्ना और बंदी प्रकाश तेलंगाना सरकार के आह्वान पर आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में शामिल हुए हैं। पुल्लुरी पेड्डापल्ली जिले के रहने वाले हैं। पुल्लुरी 15 साल से केंद्रीय समिति के सदस्य के रूप में काम कर रहा था। उन्होंने बताया कि पुल्लुरी 1980 में किशनजी के लिए कूरियर का काम करते थे। बाद में वह केंद्रीय समिति का सदस्य नामित हुआ। वह दिसंबर 2024 तक तेलंगाना राज्य समिति का सचिव थे। डीजीपी ने बताया कि पुल्लुरी 21 अक्टूबर को मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के आह्वान पर जन आंदोलन में शामिल हुए थे।
आत्मसमर्पण करने वाले माओवादी केंद्रीय समिति के सदस्य पुल्लुरी प्रसाद राव उर्फ ​​शंकरन्ना ने पुलिस के सामने मीडिया को बताया कि माओवादी पार्टी में फूट पड़ गई है। वह गंभीर स्वास्थ्य संबंधी कारणों से जनआंदोलन में शामिल हुए हैं। उन्होंने बताया कि अब से वह जनता के साथ मिलकर लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि वह हमेशा से माओवादी विचारधारा के समर्थक रहे हैं। उन्होंने कहा कि सभी नक्सली उनके भाई हैं और तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने उनसे आत्मसमर्पण करने का आह्वान किया था। उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कि अब जनता के साथ मिलकर काम करना चाहिए। पुल्लुरी ने कहा कि उन्होंने तेलंगाना के डीजीपी शिवधर रेड्डी के समक्ष आत्मसमर्पण किया है।
मीडिया के एक सवाल पर पुल्लुरी ने कहा कि हमारा आत्मसमर्पण नहीं है.. हमने विकास में साथ काम करने के लिए आत्मसमर्पण किया है। अब तक आंदोलन केवल उत्पीड़ित लोगों के लिए किया है। भविष्य में भी, मैं केवल ऐसे लोगों के लिए काम करेंगे। हमारी विचारधारा पराजित नहीं हुई है, हार किसी की नहीं होती। संभावना है कि भविष्य में और लोग हमारी विचारधारा के साथ आगे आएंगे। मैं लोगों के बीच रहकर सेवा करना चाहता था।

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