राजस्थान में हाईटेंशन लाइन से छूने पर बस में दौड़ा करंट, दो मजदूरों की मौत

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जयपुर{ गहरी खोज }: जयपुर ग्रामीण जिले के मनोहरपुर थाना क्षेत्र में मंगलवार सुबह एक निजी बस हाईटेंशन लाइन की चपेट में आ गई। करंट दौड़ने से बस में आग लग गई। हादसे में कई मजदूर झुलस गए, जबकि दो मजदूरों की मौत हो गई।
यह हादसा मनोहरपुर इलाके के टोडी गांव के पास हुआ, जहां ईंट-भट्ठे पर काम करने के लिए मजदूरों को लेकर जा रही बस ऊपर से गुज़र रही 11 केवी लाइन के संपर्क में आ गई। करंट लगने के तुरंत बाद बस में आग भड़क उठी। भट्टे पर पहुंचने से करीब 300 मीटर पहले हादसा हो गया। हादसे में नसीम (50) और सहीनम (20) की मौत हो गई। बस में करीब 65 मजदूर सवार थे, जिनमें से 12 के झुलसने की जानकारी सामने आई है। मौके पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया और ग्रामीणों ने किसी तरह बस में फंसे लोगों को बाहर निकाला।
सूचना मिलते ही शाहपुरा (जयपुर ग्रामीण) के वृत्ताधिकारी मुकेश चौधरी, एसडीएम संजीव खेदड़ और मनोहरपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंचे। झुलसे मजदूरों को शाहपुरा के उपजिला अस्पताल ले जाया गया, जहां से गंभीर रूप से घायल 5 मजदूरों को जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल रेफर किया गया। बस के ऊपर गैस सिलेंडर और एक मोटरसाइकिल भी रखी हुई थी। हादसे के दौरान एक सिलेंडर में विस्फोट हुआ, जिससे आग और तेज फैल गई। स्थानीय प्रशासन ने दमकल की मदद से आग पर काबू पाया।
जयपुर कलेक्टर जितेंद्र सोनी ने बताया कि बस में 65 मजदूरों को टोडी स्थित ईंट भट्टे पर लाया जा रहा था। इसी दौरान हादसा हो गया। हादसे में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि छह लोग घायल हुए हैं। घायलों को एसएमएस अस्पताल में रैफर किया गया है। उन्होंने बताया कि ईंट भट्टा वाले मजदूर जब दूसरे राज्यों में काम पर आते हैं तो अपने साथ घरेलू सामान लेकर आते हैं। सामान बस के ऊपर रखा था। हाइटेंशन लाइन सामान से टच हो गई। फिलहाल घटना स्थल पर पुलिस और एफएसएल टीम है। सीएम और उच्च अधिकारियों को जांच रिपोर्ट दी जाएगी। दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।
शाहपुरा के डीटीओ यशपाल सिंह यादव ने बताया कि हादसे में शामिल बस उत्तर प्रदेश की रजिस्टर्ड गाड़ी है और बस का मालिक भी वहीं का निवासी है। जांच में यह तथ्य सामने आया है कि यह बस पहली बार राजस्थान आई थी। उन्होंने कहा कि मामले की जांच जारी है और पुलिस आवश्यक कार्रवाई कर रही है। परिवहन विभाग की ओर से बस की आरसी (रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट) रद्द करने और ड्राइवर का लाइसेंस निरस्त करने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है, क्योंकि बस अब चलने योग्य स्थिति में नहीं है। ओवरलोड बसों की आवाजाही से जुड़े सवाल पर यादव ने स्वीकार किया कि ऐसे मामलों में लगातार कार्रवाई की जा रही है, लेकिन रात के समय जांच में कठिनाई होती है। उन्होंने बताया कि यह बस भरतपुर और दौसा होते हुए शाहपुरा पहुंची थी। उन्होंने आश्वासन दिया कि भविष्य में इस तरह की लापरवाही बरतने वाले चालकों और वाहन मालिकों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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