घर पर ऐसे मनाएं श्याम बाबा का बर्थडे, जानिए किस भोग को लगाने से मिलेगी हारे के सहारे की खास कृपा
धर्म { गहरी खोज } : खाटू श्याम भगवान का जन्मोत्सव बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। इस शुभ अवसर पर कई श्रद्धालु राजस्थान के सीकर जिले में स्थित खाटू श्याम मंदिर में दर्शन के लिए जाते हैं। जहां श्याम बाबा के जन्मदिन की रौनक देखते ही बनती है। लेकिन अगर आप किसी कारण खाटू श्याम मंदिर नहीं जा पा रहे हैं तो आप बाबा का बर्थडे घर पर भी मना सकते हैं। यहां हम आपको बताएंगे खाटू श्याम बाबा का जन्मदिन घर पर कैसे मनाएं और उन्हें किन चीजों का भोग लगाएं।
खाटू श्याम बाबा जन्मोत्सव 2025
इस साल खाटू श्याम बाबा का जन्मदिन 1 नवंबर 2025, शनिवार को मनाया जाएगा। एकादशी तिथि का प्रारम्भ 1 नवम्बर 2025 की सुबह 09:11 से होगा और इसका समापन 2 नवंबर 2025 की सुबह 07:31 पर होगा।
घर पर खाटू श्याम बाबा का जन्मदिन कैसे मनाएं
- श्याम बाबा के जन्मदिन पर सुबह जल्दी उठकर स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- पूजा स्थल को साफ कर वहां गंगाजल का छिड़काव करें।
- फिर एक साफ चौकी या पटरे पर पीले या लाल रंग का कपड़ा बिछाएं और उस पर खाटू श्याम जी की तस्वीर स्थापित करें।
- श्याम बाबा की प्रतिमा के आस-पास फूलों और गुबारों की सजावट करें।
- रंगोली जरूर बनाएं।
- घी का दीपक जलाएं और अगरबत्ती या धूप जलाएं।
- बाबा को रोली और चंदन का तिलक लगाएं और फूलमाला अर्पित करें।
- सच्चे मन से बाबा के मंत्रों का जाप करें। मंत्र हैं- ‘ॐ श्री श्याम देवाय नमः’ या ‘जय श्री श्याम’। आप इनमें से किसी भी एक मंत्र का 11, 21, 51 या 108 बार जाप कर सकते हैं।
- बाबा को खीर-चूरमा, मिश्री या अन्य भोग अर्पित करें। इस दिन बाबा को खीर का भोग जरूर लगाएं।
- कपूर या घी के दीपक से बाबा की आरती करें और घंटी बजाएं।
- बाबा के जन्मोत्सव के गीत गाएं।
- पूजा के बाद भोग को प्रसाद के रूप में परिवार के सभी सदस्यों में बांट दें।
खाटू श्याम बाबा जन्मदिन भोग
कच्चा दूध – ये खाटू श्याम बाबा का प्रिय भोग है। कहा जाता है कि यह पहला ऐसा भोग था जिसे श्याम बाबा ने खाटू की धरती पर सबसे पहले स्वीकार किया था।
खीर और चूरमा – ये भी खाटूश्याम जी का सबसे प्रिय और प्रसिद्ध भोग है।
पंचमेवा प्रसाद – बाबा श्याम को पंचमेवा का भोग भी अति प्रिय है। इसे विशेष अवसरों पर चढ़ाना बहुत शुभ माना जाता है।
पेड़े – खाटूश्याम जी को दूध से बनी मिठाइयां खासतौर से खोए के पेड़े बहुत पसंद हैं।
