इस बड़े साइज के पीले फल को क्या कहते हैं? छठ पूजा के बाद क्या-क्या कर सकते हैं इस्तेमाल?

0
grapfruit-benefits-28-10-2025-1761637663

लाइफस्टाइल डेस्क { गहरी खोज }: छठ पूजा में ठेकुआ और कई सीजनल फल-सब्जियों का इस्तेमाल किया जाता है। ऐसा ही एक पीला फल है डाभ, जो दिखने में नींबू के जैसा होता है लेकिन साइज में काफी बड़ा होता है। इस फल को ग्रेपफ्रूट और चकोतरा भी कहा जाता है। पूजा के बाद इस प्रसाद का इस्तेमाल खाने में या इसका जूस बनाकर पीने में किया जा सकता है। डाभ में नींबू के सारे गुण पाए जाते हैं। इसमें विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है जिससे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। डाभ स्वाद में हल्का खट्टा मीठा फल होता है जो फाइबर, पोटैशियम और एंटीऑक्सीडेंट्स का भंडार है। इस फल को खाने से शरीर को मजबूती, ताजगी और एनर्जी मिलती है।

डाभ फल के फायदे

बीमारियों से बचाए- सर्दियों में ऐसे फल और सब्जियां आती हैं जो शरीर को स्वस्थ रखने और बीमारियों से बचाने में मदद करते हैं। डाभ भी ऐसा ही फल है जो विटामिन सी से भरपूर होता है। डाभ नींबू में विटामिन C काफी होता है। इसे खाने से इम्यूनिटी बूस्ट होती है और इंफेक्शन से लड़ने में शरीर को मदद मिलती है। इससे बाल और स्किन स्वस्थ रहते हैं।

बॉडी होगी डिटॉक्स- डाभ में विटामिन सी के अलावा फाइबर भरपूर होता है जो शरीर को डिटॉक्स करने का काम करता है। इसे पानी में मिलाकर पी सकते हैं या इसका जूस पीने से व‍िषाक्‍त पदार्थ बाहर निकल जाते हैं। इससे मेटाबॉल‍िज्‍म बढ़ता है और वेट कंट्रोल होता है। सुबह खाली पेट डाभ का रस गुनगुने पानी में मिलाकर पीने से फायदा होगा।

मोटापा घटाए- डाभ को वजन घटाने के लिए बहुत अच्छा फल माना गया है। इसे पीने से मोटापा कम होता है। डाभ नींबू में फाइबर ज्यादा होता है और कैलोरी कम होती है। इसके सेवन से पेट लंबे समय तक भरा रहता है और आप ज्यादा खाने से बचते हैं। इससे बने ड्रिंक को पीने से आप खुद को कहीं ज्यादा रिफ्रेश फील करते हैं।

हार्ट के लिए अच्छा- डाभ फल में पोटैशियम और मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो दिल के स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करता है और शरीर में ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है। इस फल को खाने से पाचन क्रिया बेहतर तरीके से काम करती है और पेट से जुड़ी परेशानियां भी दूर होती हैं। इससे गट में गुड एंजाइम्स बढ़ते हैं।

डाभ का कैसे इस्तेमाल करें

  • आप इसका जूस निकालकर पी सकते है। डाभ नींबू से थोड़ा कम खट्टा होता है।
  • सुबह खाली पेट डाभ का जूस गुनगुने पानी में मिलाकर पी सकते हैं।
  • डाभ का अचार भी नींबू की तरह से तैयार किया जा सकता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *