टीवीके नेता विजय ने करूर हादसे के पीड़ित परिजनों से की मुलाकात
चेन्नई{ गहरी खोज }: तमिलनाडु में अभिनेता से नेता बने विजय ने सोमवार को करूर भगदड़ के पीड़ित परिजनों से मुलाकात की और उनके प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। यह भेंट चेन्नई के पास मामल्लापुरम स्थित एक निजी होटल में हुई, जहां 37 परिवारों के 200 से अधिक सदस्य शामिल हुए।
तमिलगा वेट्ट्री कझगम (टीवीके) के संस्थापक और अभिनेता विजय ने करूर में हुए भगदड़ के पीड़ित परिवारों से मल्लापुरम के एक निजी होटल में मुलाकात की। विजय ने करूर भगदड़ में मारे गए 37 लोगों के 235 परिवारों से मुलाकात की और उनकी मांगें सुनीं। विजय होटल के हर कमरे में जाते और वहां पहले से मौजूद पीड़ित परिवार के सदस्यों से मिलते हैं। मृतकों की तस्वीरों पर पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद विजय उनके परिवारों से मिले, उनसे बात की और उन्हें सांत्वना दी। मुलाकात के दौरान विजय ने परिवारों को यह आश्वासन दिया कि वह चिकित्सा और शिक्षा सहित सभी खर्च का वहन करेंगे।
मल्लापुरम में उक्त होटल में टीवीके की ओर से पीड़ितों के परिजनों के लिए 50 कमरे बुक किए गए थे। साथ ही पीड़ित परिवारों को करूर से ओमनी बसों में लाने की व्यवस्था भी टीवीके की ओर से ही की गयी थी। आठ मृतकों के परिवार विमान से चेन्नई पहुंचे थे।
इस बीच करूर भगदड़ में मारे गए मोहन के पिता कंदासामी अकेले मामल्लपुरम पहुंचे, जहां उन्हें होटल में प्रवेश न मिलने पर कुछ देर हंगामा हुआ। दरवाजे पर कुछ देर इंतजार करने के बाद, उन्होंने अपने बेटे का मृत्यु प्रमाण पत्र दिखाया, जो वे अपने साथ लाए थे, उसके बाद उन्हें अंदर जाने की अनुमति दी गयी।
दरअसल, विजय की पीड़ित परिवारों से यह मुलाकात ठीक एक महीने बाद हुई, जब 27 सितंबर को करूर में टीवीके की एक राजनीतिक रैली में भगदड़ मचने से 41 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 50 से अधिक लोग घायल भी हुए थे।
टीवीके का दावा है कि यह नई व्यवस्था इसलिए की गई है, क्योंकि विजय को करूर में प्रभावित लोगों से मिलने के लिए अधिकारियों से अनुमति नहीं मिल पाई थी। टीवीके की ओर से यह भी कहा गया कि विजय ने पहले करूर जाने की योजना बनाई थी, लेकिन सुरक्षा कारणों से स्थान बदलना पड़ा।
टीवीके की ओर से बताया गया है कि यह मुलाकात किसी औपचारिक कार्यक्रम का हिस्सा नहीं है, बल्कि यह विजय का व्यक्तिगत कदम है, जिससे कि वे अपने समर्थकों और उनके परिवारों का दुख बांट सकें। टीवीके ने दीपावली से पहले मृतकों के परिवारों को 20 लाख रुपये की आर्थिक सहायता भी प्रदान की थी।
