मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड के पवेलियन को मिली सराहना भोपाल{ गहरी खोज }: सिंगापुर में तीन दिवसीय आईटीबी एशिया 2025 में अतुल्य भारत के हृदय मध्य प्रदेश ने खूब रौनक बिखेरी। मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड ने सिंगापुर के मरीना बे सैंड्स एक्सपो और कन्वेंशन सेंटर में आयोजित प्रतिष्ठित ट्रैवल ट्रेड शो आईटीबी एशिया 2025 में प्रभावशाली भागीदारी दर्ज की। 15 से 17 अक्टूबर तक चले इस आयोजन में राज्य के पर्यटन पवेलियन का उद्घाटन सिंगापुर में भारत के उच्चायुक्त डॉ. शिल्पक अंबुले ने किया। इस अवसर पर भारत के उच्चायोग में प्रथम सचिव (वाणिज्य) टी. प्रभाकर भी उपस्थित थे। आईटीबी एशिया में भागीदारी का उद्देश्य मध्य प्रदेश को एक समृद्ध सांस्कृतिक, प्राकृतिक और साहसिक गंतव्य के रूप में वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर स्थापित करना है। राज्य का प्रतिनिधित्व अपर मुख्य सचिव (पर्यटन, संस्कृति, गृह एवं धार्मिक न्यास) एवं एमपी टूरिज्म बोर्ड के प्रबंध संचालक शिव शेखर शुक्ला और प्रबंधक (इवेंट्स एवं मार्केटिंग) सौरभ पांडे ने किया। शिव शेखर शुक्ला ने कहा कि आईटीबी एशिया वैश्विक मंच पर मध्य प्रदेश की पर्यटन क्षमता और विविधता को प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान करता है। हमारा लक्ष्य राज्य को ऐसा अंतरराष्ट्रीय गंतव्य बनाना है, जहां विरासत, वन्यजीव, आध्यात्मिकता और सतत पर्यटन यात्रियों को अविस्मरणीय अनुभव प्रदान करें। अपर मुख्य सचिव शुक्ला ने इस दौरान कई अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों से मुलाकात की। उन्होंने केजी मुकिरी, लीड कंसल्टेंट, अफ्रीका एमआईसीई के साथ आगामी एमआईसीई समिट (9–11 सितंबर 2026) के संबंध में चर्चा की, जिसमें मध्य प्रदेश को तंजानिया, नाइजीरिया और साउथ अफ्रीका जैसे देशों में प्रस्तुत करने की संभावनाएं तलाशी गईं। इसके अलावा, उन्होंने मिच गोह, डायरेक्टर ऑफ पब्लिक पॉलिसी-एशिया पैसिफिक, एयरबीएनबी के साथ राज्य में सतत और समावेशी पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए संभावित सहयोग पर विचार-विमर्श किया। बैठक में ग्रामीण होमस्टे संचालकों को आतिथ्य प्रशिक्षण देने और उन्हें वैश्विक प्लेटफॉर्म पर जोड़ने की पहल पर सहमति बनी। आईटीबी एशिया 2025 में एमआईसीई, कॉर्पोरेट और ट्रैवल टेक्नोलॉजी सेक्टर के प्रमुख पेशेवरों, अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शकों और खरीदारों ने भाग लिया। मध्य प्रदेश के प्रतिनिधि मंडल ने कई बी2बी बैठकों के माध्यम से विदेशी टूर ऑपरेटरों और ट्रैवल कंपनियों से सहयोग की संभावनाएं तलाशीं। इन बैठकों में वन्यजीव अभ्यारण्य, सांस्कृतिक विरासत, साहसिक पर्यटन, तथा फिल्म और विवाह पर्यटन जैसे विषयों पर विशेष चर्चा हुई, जिससे ‘अतुल्य भारत का हृदय’ के रूप में राज्य की पहचान और मजबूत हुई। मध्य प्रदेश के पवेलियन में राज्य की पर्यटन संपत्तियां, यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल, साहसिक गतिविधियां और जिम्मेदार पर्यटन पहलें प्रदर्शित की गईं। इसे एक स्वच्छ, हरित और सुरक्षित गंतव्य के रूप में प्रस्तुत किया गया, विशेष रूप से महिला यात्रियों के लिए अनुकूल वातावरण को रेखांकित किया गया। आईटीबी एशिया में मध्य प्रदेश की यह भागीदारी राज्य की वैश्विक दृश्यता बढ़ाने, व्यापारिक संबंध मजबूत करने और सतत एवं समावेशी पर्यटन आधारित आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।