नकली पनीर खाते ही शरीर में दिखते हैं ये लक्षण, ऐसे करें असली और नकली पनीर की पहचान

0
images (3)

लाइफस्टाइल डेस्क { गहरी खोज }: एक वक्त था जब पनीर खाना स्पेशल माना जाता था। पनीर की बढ़ती डिमांड के कारण मार्केट में नकली पनीर भी धड़ल्ले से बिक रहा है। खासतौर से त्योहार के सीजन पर बड़ी मात्रा में नकली पनीर बाजार में आने लगता है। नकली पनीर सेहत के लिए बहुत खतरनाक है। इससे लिवर और किडनी पर बुरा असर होता है। लंबे समय तक नकली पनीर खाने से लिवर और किडनी फेल भी हो सकता है। यही नहीं कैंसर का खतरा भी इन केमिकल वाले मिलावटी पनीर और दूसरी चीजों से बढ़ रहा है। सबसे पहले जान लें नकली पनीर खाते ही शरीर में क्या लक्षण दिखते हैं। दूसरा असली और नकली पनीर की पहचान कैसे करें और अगर पनीर नकली निकलता है तो कहां इसकी शिकायत कर सकते हैं?

नकली पनीर खाने से शरीर में क्या होता है?
नकली और मिलावटी पनीर शरीर के लिए धीमा जहर है। नकली पनीर में यूरिया, डिटर्जेंट, टिनोपाल और आला जैसी चीजें मिलाकर तैयार किया जाता है। ये रासायनिक तत्व आंतों में पहुंचकर खून में चले जाते हैं। नकली पनीर खाते ही पेट में दर्द, उल्टी, दस्त, अपच, एलर्जी या जी मिचलाने जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं। इसके अलावा किडनी और लिवर के लिए नकली पनीर घातक साबित हो सकता है। लंबे समय में नकली पनीर किडनी लिवर फेल का कारण भी बन सकता है। हाइड्रोजेनेटेड वेजिटेबल ऑयल नसों को ब्लॉक कर सकता है। इससे कैंसर का खतरा भी बढ़ जाता है।

असली नकली पनीर की पहचान
असली पनीर खाने में मुलायम और दूध वाली खुशबू लिए होता है। असली पनीर को पानी में डालकर चेक करेंगे तो ये पानी में तैरने लगेगा। वहीं नकली पनीर थोड़ा रबड़ जैसा खिंचता है, इसमें केमिकल जैसी गंध आती है और ये ज्यादा सख्त होता है। नकली पनीर को पानी में डालने पर डूब जाता है। नकली पनीर को अगर हाथ पर रगड़ेंगे तो ये थोड़ा चिपचिपा और खिंचने वाला होगा। पनीर पर आयोडीन टिंचर डालकर चेक करें अगर नकली है तो रंग बदल जाएगा और असली पनीर है तो रंग नहीं बदलेगा। इसके अलावा नकली पनीर को दबाने पर ये प्लास्टिक के जैसे बाउंस करता है। गर्म पानी में डालने पर नकली पनीर घुलने लगता है और टूट जाता है।

नकली पनीर या खाना पकड़े जाने पर कहां करें शिकायत?
नकली खाने की शिकायत आप भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) के टोल-फ्री नंबर 1800-11-2100 पर कॉल कर सकते हैं। FSSAI की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन शिकायत दर्ज कर सकते हैं। आप राष्ट्रीय उपभोक्ता हेल्पलाइन टोल-फ्री नंबर 1800-11-4000 या 14404 पर भी शिकायत दर्ज कर सकते हैं। इसकी सूचना व्हाट्सएप नंबर 9793429747 पर कर सकते हैं। आपका नाम गोपनीय रखा जाएगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *