पिता ने अपनी वसीयत खुद नहीं लिखी होगी, करिश्मा कपूर के बच्चों ने हाईकोर्ट से कहा

नयी दिल्ली { गहरी खोज }: अभिनेत्री करिश्मा कपूर के बच्चे समायरा और कियान राज ने दिल्ली हाईकोर्ट में कहा है कि उनके दिवंगत पिता संजय कपूर ने अपनी कथित वसीयत खुद नहीं लिखी होगी, क्योंकि उसमें पिता के लिए “स्त्रीलिंग शब्दों” का इस्तेमाल किया गया है।
मंगलवार को जस्टिस ज्योति सिंह की अदालत में बच्चों की ओर से पेश वकील ने कहा कि वसीयत में “वह (she)” और “उसकी (her)” जैसे शब्द कई जगह लिखे हैं, जिससे साफ है कि यह दस्तावेज सुंजय कपूर ने नहीं बनाया।
वकील ने कहा, “वसीयत में लिखा है ‘यह उसकी अंतिम इच्छा’, ‘उसकी मौजूदगी में’, यानी हर जगह स्त्रीलिंग रूप का प्रयोग हुआ है। यह साफ दिखाता है कि यह वसीयत सुंजय कपूर की नहीं हो सकती। या तो उन्होंने इसे पढ़ा ही नहीं, या फिर किसी और ने यह बनाई है।”
वकील ने आगे कहा कि सुंजय कपूर जैसे पढ़े-लिखे व्यक्ति इतनी बड़ी गलती नहीं कर सकते। उन्होंने अदालत से सवाल किया कि वसीयत आखिर किसने तैयार की, और इसे बच्चों से क्यों छिपाया जा रहा है। बच्चों ने अपनी सौतेली मां प्रिया कपूर पर भी सवाल उठाए हैं। उन्होंने कोर्ट में कहा कि प्रिया कपूर “लालची” हैं और उन्हें “सिंड्रेला की सौतेली मां” बताया।
बच्चों का कहना है कि वसीयत में सुंजय कपूर की संपत्ति का करीब 60% हिस्सा प्रिया कपूर को दिया गया है और करीब 12% उनके बेटे को। इसके अलावा, वह 75% पारिवारिक ट्रस्ट की भी मालिक हैं। वकील ने अदालत से कहा कि यह मामला “जालसाजी” का है और जांच की जरूरत है। उन्होंने यह भी बताया कि सुंजय कपूर की मौत 12 जून को हुई थी, और प्रिया कपूर ने जल्दी-जल्दी संपत्ति पर कब्जा करने की कोशिश की।
पहले, 26 सितंबर को अदालत ने प्रिया कपूर को सुंजय कपूर की संपत्तियों की सूची सीलबंद लिफाफे में जमा करने का आदेश दिया था, और मीडिया में इस मामले की जानकारी न देने की सलाह दी थी। अब अदालत इस मामले की सुनवाई बुधवार को जारी रखेगी।