शेख अब्दुल्ला को 1975 में कांग्रेस विधायकों पर मुख्यमंत्री पद के लिए थोपा गया था: सुनील शर्मा

श्रीनगर{ गहरी खोज } : विपक्ष के नेता सुनील कुमार शर्मा ने सोमवार को कांग्रेस पार्टी को नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) की कठपुतली बताया और दावा किया कि 1975 में जेल से रिहा होने के बाद शेख मुहम्मद अब्दुल्ला को मुख्यमंत्री के रूप में उनके विधायकों पर थोपा गया था। पत्रकारों से बात करते हुए भाजपा नेता ने कहा कि कांग्रेस जम्मू-कश्मीर में एक गैर-इकाई है। एनसी द्वारा जोखिम भरी सीट की पेशकश के बाद राज्यसभा चुनाव से बाहर होने के फैसले पर एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस का अपना कोई अस्तित्व नहीं है। यह नेशनल कॉन्फ्रेंस की कठपुतली के रूप में कार्य करती है। कांग्रेस केवल एनसी नेतृत्व द्वारा लिए गए निर्णयों का पालन करती है। यह एक स्वतंत्र पार्टी नहीं है। उन्होंने कहा कि एनसी संस्थापक शेख मुहम्मद अब्दुल्ला को 1975 में सीएम के रूप में कांग्रेस विधायकों पर थोपा गया था। अगर आप इतिहास के पन्ने पलटेंगे तो पाएंगे कि शेख मुहम्मद अब्दुल्ला को 1975 में जेल से रिहा किया गया था और फिर कांग्रेस विधायकों पर मुख्यमंत्री पद थोप दिया गया था। उन्होंने कहा कि आज भी कांग्रेस पार्टी के सभी फैसले नेशनल कॉन्फ्रेंस द्वारा तय होते हैं। कांग्रेस को एनसी द्वारा बार-बार अपमानित किया गया है, फिर भी वह बेशर्म बनी हुई है।