क्या काजल लगाने से बच्चों की आंखें बड़ी होती है? जानें क्या कहते हैं बाल रोग विशेषज्ञ

लाइफस्टाइल डेस्क { गहरी खोज }: जब भी किसी घर में बच्चा जन्म लेते हैं, तो घर में खुशी की लहर दौर पड़ती है। घर के सभी सदस्य बच्चों पर खूब लार प्यार लुटाते हैं। दादी-नानी हो या मम्मी-चाची सभी छोटे बच्चों को तेल मालिश करने के साथ ही काजल भी लगाती हैं। बच्चों के आंखों में काजल लगाने की परंपरा आज की नहीं बल्कि सदियों पुरानी है। घर के बड़े बुजर्गों का ऐसा मानना है कि काजल लगाने से बच्चों के आंख बड़े होते हैं। लेकिन क्या वाकई ऐसा होता है, या फिर सिर्फ सुनी-सुनाई बातें। बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अजय बिनोद से ये जानने की कोशिश करेंगे कि बच्चों को काजल लगाना चाहिए या नहीं और साथ ही ये भी जानेंगे कि काजल लगाने से बच्चों की आंखों बड़ी होती है या फिर ये सिर्फ एक मिथ है।
काजल लगाना चाहिए या नहीं
बच्चों को काजल लगाना सुरक्षित नहीं माना जाता है, और ज़्यादातर डॉक्टर इसके इस्तेमाल की सलाह नहीं देते हैं। बच्चों की आंखें बहुत संवेदनशील होती हैं। काजल लगाने से आंखों में जलन, खुजली या एलर्जी हो सकती है। काजल लगाने से बच्चों के आंसू नली जाम हो सकते हैं। ऐसे में बच्चों को भूलकर भी काजल न लगाएं।
क्या काजल लगाने से आंखें बड़ी होती है?
बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अजय बिनोद का कहना है कि यह एक मिथक है जो कई परिवारों में प्रचलित है। काजल लगाने से आंखें केवल बड़ी दिख सकती हैं, क्योंकि काजल एक बाहरी रंगत देता है जो आंखों को और अधिक उभरा हुआ या चमकदार दिखा सकता है, लेकिन यह वास्तव में आंखों के आकार को नहीं बढ़ाता है। उनका मानना है कि काजल, खासकर बाजार में मिलने वाले काजल में, लेड जैसे हानिकारक तत्व हो सकते हैं जो बच्चों की नाजुक आंखों में जलन, लालिमा और इंफेक्शन पैदा कर सकते हैं। वहीं कभी-कभी ट्रेकोमा जैसी गंभीर आंखों की समस्या भी हो सकती है। ऐसे में छोटे बच्चों को काजल लगाने से बचना चाहिए।