डायबिटीज है और रखना चाहती हैं करवा चौथ का व्रत, न्यूट्रिशनिस्ट ने बताया फास्टिंग का सही तरीका

लाइफस्टाइल डेस्क { गहरी खोज }: भारत में ऐसी मान्यता है कि अगर करवा चौथ के दिन पत्नी व्रत रखती है, तो पति की उम्र लंबी होती है। लेकिन अगर आपको डायबिटीज है तो आपके लिए सुरक्षित रूप से व्रत रखना बेहद जरूरी है। डायबिटीज से जूझ रही महिलाओं के लिए पारंपरिक निर्जला व्रत रखना जोखिम भरा हो सकता है। क्लिनिकल न्यूट्रिशनिस्ट, हेल्थ कोच और TEDx स्पीकर डॉ. निधि निगम ने बताया कि लंबे समय तक बिना पोषण के रहने से शुगर लेवल में खतरनाक गिरावट हो सकती है।
एक्सपर्ट ने क्या कहा?
अनियंत्रित मधुमेह, बार-बार हाइपोग्लाइसीमिया या फिर किडनी या दिल से जुड़ी समस्याओं से जूझ रही महिलाओं को स्ट्रिक्ट फास्टिंग करने से बचना चाहिए। इसकी जगह वो मोडिफाइड फास्टिंग का ऑप्शन चुन सकती हैं। डायबिटीज पेशेंट्स दिन भर हल्का और हेल्दी व्रत का खाना खा सकते हैं। आइए जानते हैं कि डॉ. निधि निगम ने सुबह की पारंपरिक सरगी के लिए क्या सुझाव दिए हैं।
सरगी में क्या शामिल करें?
आप करवा चौथ के दिन की शुरुआत एक संतुलित सरगी से कर सकते हैं जिससे आपके शरीर में ऊर्जा और ब्लड शुगर का संतुलन बना रहे। दूध या दही के साथ एक छोटा कटोरा ओट्स या मल्टीग्रेन दलिया खाएं। हेल्दी फैट्स के लिए आप मुट्ठी भर मेवे और बीज जैसे बादाम, अखरोट और अलसी के बीज का सेवन कर सकते हैं। अगर आप चाहें तो पनीर के एक छोटे टुकड़े को भी कंज्यूम कर सकते हैं।
कर सकते हैं फलों का सेवन
सेब या फिर अमरूद जैसा एक फल खाएं और केले या आम जैसे मीठे फलों को कंज्यूम करने से बचें। सूर्योदय से पहले आपको 1-2 गिलास पानी या फिर नारियल का पानी पी लेना चाहिए। मूनराइज के बाद यानी व्रत तोड़ने के बाद भी सबसे पहले पानी या फिर नारियल पानी पिएं और उसके बाद हल्का भोजन करें। शुगर बढ़ने से बचने के लिए व्रत के तुरंत बाद फ्राइड फूड्स और मिठाइयां न खाएं। अगर आपका स्वास्थ्य स्ट्रिक्ट फास्टिंग की अनुमति नहीं देता है, तो दिन भर फल, दही और पानी का सेवन करें। करवा चौथ पर श्रद्धा के साथ-साथ समझदारी से व्रत करें।