देश में एक नई तरह की तानाशाही का खतरा मंडरा रहा है : गोपाल राय

नई दिल्ली{ गहरी खोज }: आज लोकतांत्रिक संस्थाओं पर दबाव बढ़ रहा है, जिससे देश में एक नई तरह की तानाशाही का खतरा मंडरा रहा है। यह बातें आम आदमी पार्टी (आआपा) के वरिष्ठ नेता गोपाल राय ने कही। कॉन्स्टिट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया में बुधवार को जयप्रकाश नारायण की पुण्यतिथि पर आयोजित सम्पूर्ण क्रांति राष्ट्रीय विमर्श कार्यक्रम काे संबाेधित कर रहे थे। इस दौरान मौजूदा स्थिति पर चिंता जताते हुए उन्होंने देशवासियों से लोकतंत्र की रक्षा के लिए एकजुट होने की अपील की।
इस मौके पर गोपाल राय ने कहा कि 50 साल पहले जयप्रकाश नारायण ने सत्ता की तानाशाही के खिलाफ क्रांति का आह्वान किया था। उनके नेतृत्व में छात्र-युवा आंदोलन ने तानाशाही सरकार को उखाड़ फेंका और देश में लोकतंत्र की स्थापना की।
जयप्रकाश नारायण की विरासत का उल्लेख करते हुए राय ने जोर दिया कि मौजूदा चुनौतियों से निपटने के लिए उनके संघर्ष से प्रेरणा लेने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जयप्रकाश नारायण के विचारों को अपनाकर लोकतंत्र को मजबूत करना होगा और तानाशाही ताकतों के खिलाफ एकजुट होना होगा। उन्होंने लोकतंत्र को बचाने के लिए सामूहिक प्रयासों पर बल दिया। इस अवसर पर दिल्ली के प्रमुख विश्वविद्यालयों के प्रोफेसर, छात्र और देशभर के क्रांतिकारी संगठनों के प्रतिनिधियों ने भी हिस्सा लिया।