प्रधानमंत्री ने बिहार के युवाओं से किया संवाद,नीतीश कुमार ने राज्य के विकास में योगदान के लिए दिया धन्यावाद

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पटना{ गहरी खोज }: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को दिल्ली के विज्ञान भवन में औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) के टॉपर्स को सम्मानित किया। उन्होंने कौशल दीक्षांत समारोह-2025 के दौरान 62 हजार करोड़ रुपए से अधिक की विभिन्न युवा-केंद्रित पहलों का भी अनावरण किया। कार्यक्रम के दौरान वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी जुड़े।
कार्यक्रम में पुननिर्मित बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना का शुभारंभ, वर्ग 9-10 के 25 लाख विद्यार्थियों को प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) के माध्यम से 450 करोड़ रुपये की छात्रवृति राशि का हस्तांतरण, युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिये ‘बिहार युवा आयोग’ का शुभारंभ, ‘मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना’ के लाभुकों को राशि का वितरण, भारत रत्न जननायक कर्पूरी ठाकुर कौशल विश्वविद्यालय का उद्घाटन एवं एनआईटी, पटना के बिहटा कैंपस का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किया गया।
साथ ही ‘पीएम -उषा अभियान’ के तहत बिहार के चार विश्वविद्यालयों- पटना विश्वविद्यालय, पटना, भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा, जयप्रकाश विश्वविद्यालय, छपरा और नालंदा मुक्त विश्वविद्यालय, पटना में नई शैक्षणिक एवं अनुसंधान सुविधाओं का शिलान्यास तथा नवचयनित 3942 युवाओं को नियुक्ति पत्र का वितरण भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिहार सरकार और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सरकार की ओर से राज्य के युवाओं के लिये किये जा रहे कार्यों की प्रशंसा की। उन्होंने कहाकि आज का यह समारोह इस बात का प्रतीक है कि आज का भारत कौशल को कितनी प्राथमिकता देता है। आज देश भर के युवाओं के लिए शिक्षा और कौशल विकास की दो और बड़ी योजनाओं का शुभारंभ हुआ है। इस दीक्षांत समारोह के पीछे यही विचार था कि जब तक हम श्रम को प्रतिष्ठा नहीं देंगे, कौशल के लिए काम करने वालों को, जिनमें क्षमता है, सार्वजनिक जीवन में सम्मान नहीं मिलेगा, तो शायद वे खुद को कमतर समझेंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से बिहार के हजारों युवा हमसे जुड़े हैं। इस पीढ़ी को शायद अंदाज़ा नहीं होगा कि ढाई दशक पहले बिहार की शिक्षा व्यवस्था कितनी जर्जर थी। न ईमानदारी से स्कूल खुलते थे, न ही भर्तियां होती थीं। कौन से माता-पिता नहीं चाहेंगे कि उसका बच्चा यहां पढ़े और आगे बढ़े? लेकिन मजबूरी में लाखों बच्चे बिहार छोड़कर वाराणसी, दिल्ली और मुंबई जाने को मजबूर हुए। यहीं से पलायन की असली शुरुआत हुई। सौभाग्य से बिहार की जनता ने नीतीश कुमार को सरकार की जिम्मेदारी सौंपी, और हम सब गवाह हैं कि कैसे पूरी राजग टीम ने मिलकर बिगड़ी हुई व्यवस्था को पटरी पर लाया। मुझे खुशी है कि आज के कौशल दीक्षांत समारोह में बिहार को एक नया कौशल विश्वविद्यालय मिला है। नीतीश कुमार की सरकार ने इस विश्वविद्यालय का नाम भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर के नाम पर रखा है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुये कहा कि बहुत खुशी की बात है कि आज देशभर के औद्यागिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) के टॉपर्स के लिए कौशल दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया है। प्रधानमंत्री द्वारा आज युवाओं के कौशल विकास और क्षमता निर्माण के लिए देशभर एवं बिहार के लिए 11 कार्यक्रम एवं योजनाओं का शुभारंभ, उद्घाटन एवं शिलान्यास किया गया है।
उन्होंने कहा कि इसमें बिहार में युवा आयोग तथा जननायक कर्पूरी ठाकुर कौशल विश्वविद्यालय की स्थापना तथा एनआईटी, पटना के बिहटा कैंपस का लोकार्पण भी शामिल है। साथ ही बिहार के युवाओं को नौकरी का नियुक्ति पत्र एवं 25 लाख छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति वितरण किया जा रहा है। केंद्र सरकार की ओर से हाल ही में बिहार के लिए 19 नये केंद्रीय विद्यालयों की स्वीकृति प्रदान किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन सभी योजनाओं से बिहार के युवाओं को काफी फायदा होगा। बिहार सरकार ने युवाओं को शिक्षा, कौशल विकास और रोजगार के लिए काम किया है। वर्ष 2015 में सात निश्चय के तहत युवाओं के लिए ‘बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना’, ‘स्वयं सहायता भत्ता योजना’, ‘कुशल युवा कार्यक्रम’ चलाए गए, जिनका अब विस्तार किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2020 में सात निश्चय-2 के तहत युवाओं को 10 लाख नौकरी और 10 लाख रोजगार देना तय किया गया। अबतक 10 लाख नौकरी और 40 लाख रोजगार दे दिया गया है। सभी को मिलाकर 50 लाख युवाओं को नौकरी और रोजगार दे दिया गया है और अब हमलोगों के द्वारा ये तय कर दिया गया है कि अगले 5 वर्षों में 1 करोड़ युवाओं को नौकरी और रोजगार दिया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले वाली सरकार ने कोई काम नहीं किया था। पहले बहुत बुरा हाल था। जब 24 नवंबर, 2005 को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार बनी थी, तब से हमलोग बिहार के विकास में लगे हुए हैं और राज्य में कानून का राज है। सभी क्षेत्रों में तेजी से विकास हो रहा है, चाहे शिक्षा हो, स्वास्थ्य हो, सड़क हो, बिजली हो, सभी क्षेत्रों में काम हो रहा है। बिहार के विकास में केंद्र सरकार का भी पूरा सहयोग मिल रहा है। आगे बिहार में और ज्यादा काम होगा और देश की प्रगति में बिहार महत्वपूर्ण योगदान देगा।
कार्यक्रम के दौरान बिहार में शिक्षा की प्रगति एवं युवाओं के लिये किये गये कार्यों पर आधारित एक लघु फिल्म प्रस्तुत की गयी। कार्यक्रम के दौरान बिहार के युवाओं ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के समक्ष अपना अनुभव साझा किया।

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