जिले भर में लगभग 2150 प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया

जौनपुर{ गहरी खोज }: जिले में दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन गुरुवार देर रात से लेकर शुक्रवार सुबह तक कड़ी सुरक्षा के बीच संपन्न हुआ। जिले भर में लगभग 2150 प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया।विसर्जन स्थलों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। सभी घाटों पर एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमों के साथ स्थानीय गोताखोर भी तैनात रहे, ताकि विसर्जन के दौरान किसी भी प्रकार की असुविधा या दुर्घटना से बचा जा सके।वही रात में जनपद की केंद्रीय कमेटी दुर्गा पूजा महासमिति की कोतवाली चौराहा स्थित कंट्रोल रूम पर जिलाधिकारी डॉक्टर दिनेश सिंह पुलिस अधीक्षक डॉक्टर कौस्तुभ सिटी मजिस्ट्रेट इंद्रानंदन सिंह एडीएम अजय अंबष्ट,नगर पालिका परिषद के अधिकारी अधिकारी पवन कुमार क्षेत्राधिकारी शहर देवेश कुमार सिंह ने पहुंच कर जायजा लिया।इसके बाद जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने अहियापुर मोड पहुंचकर मां दुर्गा की पूजा अर्चना करने के बाद नारियल फोड़कर प्रतिमाओं को हरि झंडी दिखाई जिसके बाद मां की प्रतिमाएं विसर्जन के लिए रवाना हुई। जिले के सद्भावना पुल के पास विसर्जन घाट पर बने शक्ति कुंड में प्रतिमाओं का विसर्जन सुबह तक चलता रहा।इस दौरान कमेटी के लोग विसर्जन में लगे रहे। सुबह तक लगभग 400 से अधिक मां की प्रतिमाएं विसर्जित की गई।इसी क्रम में जाफराबाद थाना क्षेत्र के बेलाव घाट और जोगी बीर बाबा के पास सहित विभिन्न स्थानों पर प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया।पुलिस अधीक्षक डॉ. कौस्तुभ ने देर रात 3 बजे तक सभी दुर्गा प्रतिमा विसर्जन घाटों का लगातार निरीक्षण किया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र भी पूरी व्यवस्था पर स्वयं निगरानी रख रहे थे।प्रशासन ने बिजली विभाग के अलावा स्वयं भी प्रकाश की व्यवस्था की थी। जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र ने बिजली विभाग के अधिकारियों को विशेष निर्देश दिए थे कि जिन क्षेत्रों से मूर्तियां गुजर रही हैं, वहां की बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि किसी भी दुर्घटना की स्थिति में संबंधित लाइनमैन, फीडर मैनेजर और अवर अभियंता जिम्मेदार होंगे।मेले की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस अधीक्षक डॉ कौस्तुभ ने काफी संख्या में पुलिस बल तैनात किया था और खुद भी लगातार भ्रमण करते रहे।