एयरबस के प्रतिनिधिमंडल ने गोयल के साथ विमानन क्षेत्र में भागीदारी के मुद्दे पर की चर्चा

नयी दिल्ली{ गहरी खोज } : यूरोपीय विमान विनिर्माता एयरबस के अध्यक्ष रेने ओबरमैन के नेतृत्व में कंपनी के निदेशक मंडल के सदस्यों ने यहां वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल के साथ एक बैठक में विमानन क्षेत्र में भागीदारी के मुद्दे पर गहन चर्चा की है।
श्री गोयल ने गुरुवार को सोशल मीडिया पर बैठक की फोटो के साथ अपने वक्तव्य में कहा कि इस बैठक में भारत की ओर से उद्योग एवं व्यापार के क्षेत्र में प्रस्तुत किए जा रहे ‘अपार अवसरों और एयरबस तथा भारत के विमानन क्षेत्र के बीच मज़बूत और बढ़ती साझेदारी पर आकर्षक चर्चा हुई।”
उन्होंने कहा, ” हमने भारत में सहयोग को और गहरा करने तथा निवेश बढ़ाने की उनकी योजनाओं को प्रोत्साहित किया, जो भारत के एयरोस्पेस क्षेत्र की मज़बूती और क्षमता का प्रमाण है।”
वहीं, कंपनी की वेबसाइट पर एक रिपोर्ट के अनुसार उसका भारत के साथ सहयोग और परस्पर विकास करने का दीर्घकालिक संबंध है। 60 से भी अधिक वर्षों से, कंपनी की तकनीकी ज्ञान ने भारत के नागरिक उड्डयन क्षेत्र के विकास को गति दी है और इसके सशस्त्र बलों के आधुनिकीकरण में योगदान दिया है। एअरबस का कहना है कि
भारत में एयरबस की रणनीति का मूल ‘मेक इन इंडिया’ है, और कंपनी अपने वैश्विक उत्पाद पोर्टफोलियो में देश के योगदान को लगातार बढ़ा रही है। सोर्सिंग, इंजीनियरिंग, नवाचार, रखरखाव और प्रशिक्षण सेवाओं में एयरबस की स्थानीय उपस्थिति स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र के विकास के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है।
कंपनी ने कहा है,”भारत की ताकत उसकी प्रतिभा में निहित है, जहाँ दुनिया के शायद सबसे बड़े इंजीनियरों और सूचना प्रौद्योगिकी साझेदार पारिस्थितिकी तंत्र की उपस्थिति है। हम अपने वैश्विक कार्यक्रमों में योगदान देने के लिए इन कारकों का लाभ उठा रहे हैं।”