महाष्टमी: हवन पूजन में दिखा श्रद्धालुओं का उत्साह

- एक तिथि दो दिन पड़ने से हुआ दो दिन हवन पूजन
- एक अक्टूबर को होगा प्रतिमा विसर्जन
धमतरी{ गहरी खोज }:शहर समेत ग्रामीण क्षेत्रों के अनेक दुर्गा पंडालों में महाष्टमी पर्व परंपरागत ढंग से मनाया गया। नौ कन्या भोज के बाद भंडारा का भी आयोजन किया गया, जिसमें सैकड़ों लोगों ने प्रसादी ग्रहण किया। विंध्यवासिनी मंदिर में 30 सितंबर को हवन पूजन का कार्यक्रम हुआ। मंदर माई मंदिर से एकादशी के दिन जोत-जंवारा विजर्सन यात्रा निकाली जाएगी।
शारदीय नवरात्र को लेकर माता भक्तों में उत्साह देखने को मिल रहा है। भक्तजन उपवास रखकर माता की आराधना में लीन है। इस साल नवरात्र पूरे 10 दिनों का है। एक तिथि दो दिन पड़ने से अनेक दुर्गा पंडालों में महाष्टमी का पर्व सोमवार को भी मनाया गया। विंध्यवासिनी मंदिर में सोमवार को सप्तमी पर्व पर माता का विशेष श्रृंगार किया गया। पश्चात नवदुर्गा के सातवें स्वरूप कालरात्रि माता की विधि-विधान से पूजा-अर्चना की गई।
मंदिर के पुजारी पंडित अरूण तिवारी ने बताया कि, मंदिर में महाष्टमी पर हवन शुरू हुआ। हटकेशर स्थित शीतला मंदिर, गोकुलपुर के शीतला मंदिर से नवमीं को विसर्जन यात्रा निकाली जाएगी। जानकारी के अनुसार मराठापारा स्थित मंदर माई मंदिर में परंपरा अनुसार नवरात्र पर्व मनाया जा रहा है। यहां पंचमी तिथि से मनोकामना ज्योति प्रज्वलित की गई। मंदिर के पुजारी राजकुमार ध्रुव ने बताया कि दशहरा के दिन विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना के बाद जोत-जंवारा विसर्जन यात्रा निकाली जाएगी। इस दौरान भक्तजन सांग-बाना लेकर निकलेंगे।