क्या आज नौवां नवरात्र है? जानिए नवरात्रि के नौवें दिन की देवी का नाम, मंत्र, भोग, रंग, आरती और कथा

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धर्म { गहरी खोज } : शारदीय नवरात्र का नौवां दिन 1 अक्टूबर 2025, बुधवार को है। बीते 22 सितम्बर को शुरू हुए नौ दिवसीय शारदीय नवरात्र पर्व का 1 अक्टूबर को समापन को जाएगा। नवरात्र के आखिरी दिन मां दुर्गा की नौवीं और अलौकिक शक्ति मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है। जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है सिद्धियों को देने वाली मां सिद्धिदात्री। कहते हैं- इनकी पूजा से व्यक्ति को हर प्रकार की सिद्धि प्राप्त होती है।

नवरात्रि के नौवें दिन का शुभ रंग

लाल
नारंगी
मां सिद्धिदात्री की कथा

मार्केण्डेय पुराण के अनुसार अणिमा, महिमा, गरिमा, लघिमा, प्राप्ति, प्रकाम्य, ईशित्व और वशित्व, कुल आठ सिद्धियां हैं, जो कि मां सिद्धिदात्री की पूजा से आसानी से प्राप्त की जा सकती हैं। देव पुराण के अनुसार भगवान शिव ने भी मां सिद्धिदात्री की कृपा से ही सिद्धियों को प्राप्त किया था और इन्हीं की कृपा से भगवान शिव अर्द्धनारीश्वर कहलाये। लिहाजा विशिष्ट सिद्धियों की प्राप्ति के लिये नवरात्रि के नौवें दिन सिद्धिदात्री की पूजा अवश्य ही करनी चाहिए।

मां सिद्धिदात्री का मंत्र

नवरात्रि के नौवें दिन नीचे दिए गए मंत्र का 21 बार जप जरूर करें। मंत्र है-

‘ऊं ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे | ऊँ ग्लौं हुं क्लीं जूं सः ज्वालय ज्वालय ज्वल ज्वल प्रज्वल प्रज्वल ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे ज्वल हं सं लं क्षं फट् स्वाहा
ह्रीं क्लीं ऐं सिद्धये नम:।
मां सिद्धिदात्री भोग

नवमी तिथि को कांसे के पात्र में नारियल पानी और तांबे के पात्र में शहद डालकर देवी मां को चढ़ाना चाहिए। कालिका पुराण में आज कद्दू की बलि का विधान है। ईख, यानि गन्ने का रस भी देवी मां को चढ़ाया जा सकता है।

मां सिद्धिदात्री की आरती

जय सिद्धिदात्री मां, तू सिद्धि की दाता।
तू भक्तों की रक्षक, तू दासों की माता।
तेरा नाम लेते ही मिलती है सिद्धि।
तेरे नाम से मन की होती है शुद्धि।
कठिन काम सिद्ध करती हो तुम।
जभी हाथ सेवक के सिर धरती हो तुम।
तेरी पूजा में तो ना कोई विधि है।
तू जगदम्बे दाती तू सर्व सिद्धि है।
रविवार को तेरा सुमिरन करे जो।
तेरी मूर्ति को ही मन में धरे जो।
तू सब काज उसके करती है पूरे।
कभी काम उसके रहे ना अधूरे।
तुम्हारी दया और तुम्हारी यह माया।
रखे जिसके सिर पर मैया अपनी छाया।
सर्व सिद्धि दाती वह है भाग्यशाली।
जो है तेरे दर का ही अम्बे सवाली।
हिमाचल है पर्वत जहां वास तेरा।
महा नंदा मंदिर में है वास तेरा।
मुझे आसरा है तुम्हारा ही माता।
भक्ति है सवाली तू जिसकी दाता।

मां सिद्धिदात्री की पूजा का मुहूर्त 2025

सुबह पूजा: 6:00 AM – 10:00 AM
मध्याह्न पूजा: 12:00 PM – 3:00 PM
शाम आरती: 6:30 PM – 8:00 PM

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