राहुल गांधी को जान से मारने की कथित धमकी पर कांग्रेस में आक्रोश

- वाराणसी में पार्टी नेताओं ने आपात बैठक कर धमकी की निंदा की, सुरक्षा बढ़ाने की मांग
वाराणसी{ गहरी खोज }: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को जान से मारने की कथित धमकी को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं में आक्रोश व्याप्त है। सोमवार को वाराणसी महानगर कांग्रेस कमेटी ने आपात बैठक बुलाकर इस कथित धमकी पर नाराजगी जता निंदा प्रस्ताव पारित किया और राहुल गांधी की सुरक्षा को और अधिक मजबूत किए जाने की मांग की।
महानगर कांग्रेस अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे ने बैठक में कहा कि भाजपा प्रवक्ता प्रिंटू महादेव ने एक टीवी चैनल पर पैनल डिस्कशन के दौरान राहुल गांधी को लेकर शर्मनाक अपमानजनक और धमकी भरी टिप्पणी की, जो न केवल दुर्भाग्यपूर्ण है बल्कि भारतीय लोकतंत्र के लिए गंभीर चिंता का विषय है। चौबे ने कहा, यह टिप्पणी न सिर्फ व्यक्तिगत स्तर पर एक नेता को निशाना बनाता है, बल्कि देश के लोकतांत्रिक मूल्यों पर भी सीधा हमला है। पूरे देश में इस बयान के खिलाफ रोष की लहर है। बैठक में मौजूद कांग्रेस नेताओं ने कहा कि राहुल गांधी केवल कांग्रेस के नेता ही नहीं, बल्कि करोड़ों भारतीयों की आवाज़ हैं। उनके खिलाफ इस प्रकार की धमकी निंदनीय है। विशेषकर तब जब गांधी परिवार पहले से ही बलिदानों का प्रतीक रहा है—पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और राजीव गांधी दोनों देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दे चुके हैं।
पार्टी नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से अपील की कि राहुल गांधी की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए और उसे और अधिक सुदृढ़ किया जाए। महानगर अध्यक्ष चौबे ने यह भी बताया कि इस संबंध में प्रधानमंत्री व गृहमंत्री को पत्र भेजा जाएगा। आपात बैठक में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता महानगर प्रवक्ता आशुतोष पाण्डेय, फसाहत हुसैन बाबू, डॉ. राजेश गुप्ता, सतनाम सिंह, वकील अंसारी, अरुण सोनी, रमजान अली, मयंक चौबे, सैयद हसन, नरसिंह दास वर्मा, हसन मेंहदी कब्बन, प्रमोद वर्मा और सदानंद तिवारी प्रमुख रूप से शामिल रहे।