संतोष मित्रा स्क्वायर के दुर्गा पूजा पंडाल में श्रद्धालुओं को नहीं जाने दे रही है पुलिस : सजल घोष

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  • पंडाल के आयोजक और कोलकाता नगर निगम के भाजपा पार्षद ने कोलकाता पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप

कोलकाता{ गहरी खोज }: पश्चिम बंगाल में मध्य कोलकाता के प्रतिष्ठित संतोष मित्रा स्क्वायर दुर्गा पूजा पंडाल को लेकर राजनीतिक विवाद गहराता जा रहा है। इस पंडाल के आयोजक और कोलकाता नगर निगम (केएमसी) के भाजपा पार्षद सजल घोष ने कोलकाता पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि जानबूझकर यहां आने वाले दर्शकों को रोका जा रहा है। उन्होंने इसे सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) का “राजनीतिक प्रतिशोध” करार दिया।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को इस पंडाल का उद्घाटन किया था। इसके बाद से ही विवाद की स्थिति बन गई। आयोजक सजल घोष ने सोशल मीडिया पर लिखा, “पूजा रोकने की योजना तय है। अब जनता की राय ही इसका जवाब बनेगी।” उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन और राजनीतिक नेतृत्व मिलकर संतोष मित्रा स्क्वायर की पूजा को रोकने की साजिश रच रहे हैं।
घोष का दावा है कि पुलिस ने सियालदह स्टेशन परिसर और उसके चारों ओर बैरिकेडिंग कर दी है, इस वजह से श्रद्धालु और आगंतुक पंडाल तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। उन्होंने कहा, “पूरे इलाके को घेर लिया गया है। न लोग आसानी से पंडाल तक आ सकते हैं और न ही गाड़ियां अंदर प्रवेश कर पा रही हैं। केवल वही लोग पंडाल तक पहुंच रहे हैं जो किसी तरह बैरिकेड तोड़कर आ रहे हैं। पुलिस पंडाल को आधिकारिक तौर पर बंद नहीं कर रही, लेकिन ऐसे हालात बना रही है कि हमें खुद इसे बंद करने पर मजबूर होना पड़े।”
यह पंडाल लंबे समय से राजनीतिक रूप से भी सुर्खियों में रहा है। संतोष मित्रा स्क्वायर पूजा समिति उन शुरुआती समितियों में रही है जिसने राज्य सरकार की ओर से दी जाने वाली दुर्गा पूजा ग्रांट को ठुकरा दिया था। इस बार समिति ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को थीम बनाया है। इस थीम में केंद्र सरकार की आतंकवाद-रोधी उपलब्धियों और पाकिस्तान को करारा जवाब देने वाले अभियानों को प्रदर्शित किया गया है। आयोजकों का कहना है कि जनता से इस थीम को व्यापक समर्थन और सराहना मिल रही है।
सजल घोष ने आरोप लगाया कि यही वजह है कि तृणमूल कांग्रेस इस पूजा को टारगेट कर रही है। उन्होंने कहा, “पंडाल में जो थीम लगाई गई है, वह केंद्र सरकार की उपलब्धियों और सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख को दर्शाती है। इसे जनता की भारी सराहना मिल रही है। यही टीएमसी की असहजता का कारण है, और इसी कारण पुलिस के जरिए लोगों को रोका जा रहा है।”
संतोष मित्रा स्क्वायर का इतिहास भी उल्लेखनीय है। पिछले वर्ष 2023 में इस पंडाल को राम मंदिर थीम पर सजाया गया था, जिसे उद्घाटन करने स्वयं गृह मंत्री अमित शाह पहुंचे थे। उस समय भी इस पंडाल ने खूब सुर्खियां बटोरी थीं और भाजपा नेताओं ने इसे सांस्कृतिक व राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण करार दिया था।
इस बार भी अमित शाह ने पंडाल का उद्घाटन करते हुए आयोजकों की सराहना की थी, लेकिन उद्घाटन के तुरंत बाद अब राजनीतिक टकराव ने इसे फिर से केंद्र बिंदु बना दिया है। आयोजकों का कहना है कि दर्शकों की भारी भीड़ उमड़ रही है, लेकिन पुलिस की बैरिकेडिंग और प्रतिबंधों के चलते लोग पंडाल तक पहुंच नहीं पा रहे। इससे माहौल तनावपूर्ण हो गया है और विवाद और गहराता जा रहा है।

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