जल्द ही खत्म होंगे कूड़े के पहाड़, CM रेखा गुप्ता ने शुरू किया ये प्लांट

नई दिल्ली{ गहरी खोज }: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के उपलक्ष्य में 2 अक्तूबर तक मनाए जा रहे सेवा पखवाड़े के तहत शुक्रवार को दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने 100 टन प्रतिदिन क्षमता वाले ठोस अपशिष्ट से 4 टन कंप्रेस्ड बायोगैस (सीबीजी) बनाने वाले संयंत्र और एकीकृत सीबीजी-सीएनजी ईंधन स्टेशन का घोघा डेयरी में लोकार्पण किया।
घोघा डेयरी में कंप्रेस्ड बायोगैस (सीबीजी) संयंत्र और एकीकृत सीबीजी-सीएनजी ईंधन स्टेशन की स्थापना 4 जनवरी 2022 को दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) और इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (आईजीएल) के बीच एक समझौता ज्ञापन के तहत की गई है। इस अवसर पर दिल्ली सरकार के शहरी विकास मंत्री आशीष सूद, उत्तर-पश्चिमी दिल्ली के सांसद योगेंद्र चांदोलिया; उपमहापौर जय भगवान यादव व स्थायी समिति की अध्यक्ष सत्या शर्मा सहित निगम के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले दिल्ली की छवि कूड़े की थी लेकिन पिछले 7 महीनों में दिल्ली की प्रमुख समस्याओं का निपटारा करने की कोशिश की गई है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में लाखों की संख्या में पशुधन है और सैंकड़ों टन गोबर पैदा होता है लेकिन दिल्ली में एक भी गोबर गैस संयंत्र नहीं था। उन्होंने कहा कि अब हमारे पशुधन के गोबर के माध्यम से पशुपालकों को धन की प्राप्ति होगी, लेकिन पिछली सरकार के पास यह सब सोचने का समय नहीं था और सरकार के किसी भी प्रतिनिधि ने दिल्ली देहात का रुख नहीं किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गांव बेहतर हों,चौपाल सुंदर बनें,गांवों में पार्क,सड़क,स्कूल हों और इन कार्यों के लिए फाइलों को मंजूरी दूंगी। उन्होंने कहा कि सभी से कहा गया है कि सड़कों पर एक भी गड्ढा न हो और फंड की जिम्मेदारी मेरी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली को कूड़ा मुक्त करने के लिए कहीं गोबर गैस संयंत्र, गीले कूड़े का संयंत्र,सूखे कूड़े का संयंत्र व वेस्ट टू एनर्जी संयंत्र लगाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि ई-वेस्ट के निस्तारण के लिए अत्याधुनिक ई-वेस्ट संयंत्र लगाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हर प्रकार के कूड़े का निष्पादन करने के लिए सरकार ने कमर कसी हुई है।
उपमहापौर जयभगवान यादव ने कहा कि यह संयंत्र प्रतिदिन 100 टन कूड़ा लेगा और 4 टन गैस का उत्पादन करेगा। इससे ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में कमी आएगी और शहरी वायु गुणवत्ता में सुधार होगा। उन्होंने कहा कि कूड़ा दिल्ली में बड़ी समस्या है। उन्होंने कहा कि अगले वर्ष 2 अक्तूबर तक भलस्वा लैंडफिल साइट पर स्थित कूड़े का पहाड़ दिखाई नहीं देगा।
अधिकारियों ने बताया कि यह सुविधा नरेला- बवाना रोड पर स्थित घोघा डेयरी में तीन एकड़ के भूखंड पर विकसित की गई है। यह जमीन एमसीडी द्वारा उपलब्ध कराई गई थी जबकि संयंत्र आईजीएल ने अपने खर्च पर स्थापित किया है। इस संयंत्र में दो डाइजेस्टर इकाइयां हैं जिनकी संयुक्त क्षमता 6,000 घन मीटर है। मुख्यमंत्री ने सीबीजी सीएनजी संयंत्र के लिए आईजीएल का धन्यवाद किया और आईजीएल के अधिकारियों से आग्रह किया कि सभी 70 विधानसभाओं में ऐसे संयंत्र लगाए जाएं। उन्होंने कहा कि यूईआर-2 के माध्यम से यहां के लोग 25 मिनट में एयरपोर्ट पहुंच सकते हैं।