बढ़ती आबादी के लिए खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करना सरकार की ज़िम्मेदारी: शिवराज

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नई दिल्ली { गहरी खोज }: केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को कहा कि देश के किसानों के हितों की चिंता करते हुए घटिया पेस्टिसाइड, फर्टिलाइजर से किसानों को बचाने के लिए कई स्तर पर सरकार कार्रवाई कर रही है। केंद्रीय मंत्री शिवराज ने कहा कि कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और किसान उसकी आत्मा है। किसान अन्नदाता है, अन्नदाता मतलब जीवनदाता, जब पेट भरा होता है तब बाकी चीजें याद आती हैं।
शुक्रवार को कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में क्रॉप लाइफ इंडिया के राष्ट्रीय सम्मेलन (विकसित भारत 2047- अर्थव्यवस्था में कृषि का एक ट्रिलियन का योगदान: फसल संरक्षण उद्योग की भूमिका) को संबोधित करते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अप्रैल से अगस्त तक के दौरान हमारा कृषि निर्यात 10 प्रतिशत बढ़ा है, हमारा बासमती धूम मचा रहा है।
शिवराज सिंह ने कहा कि मैंने वैज्ञानिकों को टास्क दिया है, आईसीएआर व बाकी संस्थानों के वैज्ञानिक रिसर्च करते थे, लेकिन कई बार उस रिसर्च का जमीनी नाता नहीं रहता था। हमने विकसित कृषि संकल्प अभियान चलाया, उसमें किसानों की समस्याएं देखी। शिवराज सिंह ने कहा कि रिसर्च और अनुसंधान का लाभ जब तक किसान को ना मिले, कैसे काम चलेगा।
केंद्रीय मंत्री चौहान ने कहा कि देश की आबादी 140 करोड़ है, जो 2050 तक 170 करोड़ होने का अनुमान है, तब के लिए खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करना हमारी ज़िम्मेदारी है। इसके साथ ही लगभग 46 प्रतिशत आबादी, जो आज भी खेती पर निर्भर करती है, उनकी आजीविका भी चलाना है। यूएसए, ब्राज़ील, ऑस्ट्रेलिया में विशेष परिस्थितियां हैं, एक किसान के पास 10-15 हज़ार हेक्टेयर ज़मीन है। हमारे किसान के पास ढाई एकड़, तीन एकड़ व इससे कम भूमि वाले भी किसान हैं, तो हमें इन तथ्यों को ध्यान में रखकर खेती की नीति बनानी पड़ेगी।
केंद्रीय मंत्री चौहान ने कहा कि घटिया पेस्टिसाइड के कारण किसान बर्बाद होता है। पैसा लग गया, फायदा हुआ नहीं, यहां तक कि फर्टिलाइजर भी नकली बना दिया, राजस्थान में तो हमने पकड़ा, जहां पत्थरों का काम होता है, उसका पाउडर भर-भरकर बोरियों में बेच दिया, किसान इससे त्रस्त है, सरकार का भी काम है लेकिन इंडस्ट्री का भी काम है जो ईमानदारी से इससे ढंग से निपटे।

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