संवाद और आत्मरक्षा से निखरीं बालिकाएं, 3.77 लाख ने सुना प्रेरणादायक अनुभव

- जीवन की चुनौतियों का सामना करने और आत्मनिर्भर बनने की दिशा में अग्रसर हो रहीं बालिकाएं: मोनिका रानी
लखनऊ { गहरी खोज }: मिशन शक्ति 5.0 के अंतर्गत शुक्रवार को प्रदेश भर के विद्यालयों में ख्याति प्राप्त महिलाओं से संवाद, आत्मरक्षा प्रशिक्षण और ‘सेल्फ डिफेंस क्लब’ का गठन हुआ। बालिकाओं के लिए प्रेरणादायक और ज्ञानवर्धक गतिविधियों का आयोजन किया गया। संवाद सत्र और आत्मरक्षा क्लबों ने बालिकाओं के आत्मविश्वास को बढ़ाया और उनके उज्ज्वल भविष्य को सशक्त बनाने की दिशा में बढ़ने को प्रेरित किया।
नवरात्रि के इस पावन अवसर पर मिशन शक्ति की यह पहल बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक सशक्त कदम साबित हुई। यह आयोजन न केवल उनके आत्मविश्वास को बढ़ाने वाला है बल्कि भविष्य में उन्हें समाज की नेतृत्वकारी भूमिका निभाने के लिए भी प्रेरित करेगा।
संवाद सत्र में 3.77 लाख बालिकाओं ने किया प्रतिभाग संवाद सत्र में प्रदेश के विभिन्न परिषदीय और कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों की 3.77 लाख बालिकाओं ने प्रतिभाग किया। इस सत्र में ख्याति प्राप्त महिलाओं और वरिष्ठ महिला अधिकारियों को आमंत्रित किया गया, जिन्होंने अपने संघर्ष, उपलब्धियों और अनुभवों को साझा किया।
इन जीवन्त अनुभवों ने छात्राओं को प्रेरित किया और जीवन की चुनौतियों का सामना करने के लिए आत्मविश्वास जगाया। संवाद से यह संदेश देने का प्रयास किया गया कि लक्ष्य निर्धारण और निरंतर प्रयास से सफलता संभव है।
‘सेल्फ डिफेंस क्लब’ में शामिल हुई 2.98 लाख बालिकाएं विद्यालयों में ‘सेल्फ डिफेंस क्लब’ (आत्मरक्षा क्लब) का भी विधिवत गठन किया गया। इसमें 2.98 लाख बालिकाएँ शामिल हुईं। आत्मरक्षा क्लब का उद्देश्य छात्राओं को शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बनाना है ताकि वे किसी भी आपात स्थिति में अपनी सुरक्षा स्वयं कर सकें। इन क्लबों के माध्यम से बालिकाओं को आत्मरक्षा के सरल और प्रभावी उपाय सिखाए जाएंगे।
महानिदेशक स्कूल शिक्षा मोनिका रानी ने कहा कि संवाद सत्र और आत्मरक्षा क्लबों से बालिकाओं में आत्मविश्वास और साहस का संचार हुआ है। यह उन्हें जीवन की चुनौतियों का सामना करने और आत्मनिर्भर बनने की दिशा में सशक्त बनाएगा।