कांग्रेस और देश पर दस्तावेजों की दुनिया है मनमोहन सिंह पुस्तकालय

0
aw3rs

नयी दिल्ली{ गहरी खोज }: कांग्रेस के नए मुख्यालय में मनमोहन सिंह के नाम पर बना पुस्तकालय न सिर्फ पूर्व प्रधानमंत्री की जिंदगी के कई यादगार लम्हों को समेटे हुए है, बल्कि महात्मा गांधी, पंडित जवाहरलाल नेहरू, सरदार वल्लभभाई पटेल और इंदिरा गांधी जैसे राजनेताओं तथा कांग्रेस के इतिहास को भी संजोए है। “इंदिरा भवन” के भूतल पर बने “डॉक्टर मनमोहन सिंह शोध केंद्र और पुस्तकालय” का पार्टी की शीर्ष नेता सोनिया गांधी ने शुक्रवार को सिंह की जयंती के मौके पर उद्घाटन किया। इस अवसर पर सिंह की पत्नी गुरशरण कौर और परिवार के कुछ अन्य सदस्य, पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी मौजूद थे। इस पुस्तकालय में लगभग 1,200 किताबें हैं, जो मुख्य रूप से देश और कांग्रेस से संबंधित हैं।
राहुल गांधी ने फेसबुक पर एक पोस्ट में कहा, “आज, डॉ. मनमोहन सिंह जी की जयंती के अवसर पर, हमने इंदिरा भवन में डॉ. मनमोहन सिंह शोध केंद्र एवं पुस्तकालय का उद्घाटन किया। डॉ. सिंह का जीवन और कार्य सादगी, ईमानदारी और समर्पण की मिसाल हैं।” उन्होंने कहा, “यह केंद्र न केवल उनकी विरासत के प्रति श्रद्धांजलि है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को यह याद दिलाता है कि राष्ट्र की सच्ची सेवा क्या होती है।”
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “आज डॉ. मनमोहन सिंह की 93वीं जयंती के अवसर पर, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी जी ने गुरशरण कौर जी की उपस्थिति में डॉ. मनमोहन सिंह शोध केंद्र एवं पुस्तकालय का उद्घाटन किया।”
यह भारत की सबसे पुरानी पार्टी के मुख्यालय के अंदर एक अनोखा पुस्तकालय है। हालाँकि कांग्रेस ने अपने “24, अकबर रोड” मुख्यालय में एक अनौपचारिक पुस्तकालय स्थापित किया था, लेकिन यह पहली बार है जब पार्टी ने विधिवत पुस्तकालय का निर्माण किया है।
पुस्तकालय में प्रवेश करते ही सबसे पहले नजर संविधान सभा के उन सभी सदस्यों की एक दुर्लभ तस्वीर पर जाती है जिन्होंने भारत के संविधान का निर्माण किया था, जबकि दूसरी ओर, 1991 की मनमोहन सिंह की एक तस्वीर है, जिस वर्ष उन्होंने वित्त मंत्री के रूप में ऐतिहासिक बजट पेश किया था जिसने उदारीकरण की शुरुआत की थी।
इसमें राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को समर्पित अलग-अलग खंड हैं। सरदार वल्लभभाई पटेल, सुभाष चंद्र बोस और मौलाना अबुल कलाम आजाद, मनमोहन सिंह, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी सहित अन्य नेताओं के लिए भी अलग-अलग खंड हैं। पूर्व प्रधानमंत्री पी वी नरसिंह राव पर भी किताबें हैं। पुस्तकालय में कई स्वतंत्रता सेनानियों की जीवनी, चुनिंदा रचनाएं और चुनिंदा भाषण हैं। इसमें कूटनीति और भारत के साथ उनके द्विपक्षीय संबंधों पर देश-विशिष्ट पुस्तकें भी हैं। इस पुस्तकालय में ‘भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का विश्वकोश’ के कई खंड हैं, जिसमें 1885 से पार्टी का संपूर्ण इतिहास शामिल है, जिसमें टिप्पणियाँ, भाषण और कांग्रेस कार्य समिति की बैठकों के विवरण शामिल हैं। इस विश्वकोश का संकलन पार्टी के 5, राजेंद्र प्रसाद रोड स्थित कार्यालय के पुस्तकालयाध्यक्ष अब्दुल मोइन जैदी और उनकी पत्नी शाहिदा गुफरान जैदी ने किया है।
जैदी की कई किताबें पार्टी के 139 साल के इतिहास का दस्तावेजीकरण करती हैं। इस पुस्तकालय में 1951-52 से अब तक हुए सभी आम चुनावों के पार्टी घोषणापत्र भी मौजूद हैं। इस पुस्तकालय में जवाहरलाल नेहरू और वीके कृष्ण मेनन के साथ-साथ चलते हुए से लेकर कांग्रेस के संस्थापक नेताओं एओ ह्यूम, दादाभाई नौरोजी और विलियम वेडरबर्न तक की ऐतिहासिक तस्वीरें एक ही फ्रेम में मौजूद हैं। पी चिदंबरम, शशि थरूर, मणिशंकर अय्यर, मनीष तिवारी और सलमान खुर्शीद द्वारा लिखी गई कई किताबें भी इस पुस्तकालय का हिस्सा हैं। पुस्तकालय में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी सहित अन्य दलों के नेताओं पर भी किताबें हैं। हफीज कॉन्ट्रैक्टर द्वारा डिज़ाइन किए गए “इंदिरा गांधी भवन” का उद्घाटन इस साल की शुरुआत में हुआ था।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *