नकली पुलिस कर्मी बनकर ठगने वाले तीन काबू, पुलिस वर्दी व डुप्लीकेट नंबर प्लेट बरामद

सिरसा{ गहरी खोज }: स्थानीय पुलिस ने नकली पुलिसकर्मी बनकर घूम रहे गिरोह का पर्दाफाश करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से पुलिस वर्दी, जीप व डुप्लीकेट नंबर प्लेट भी बरामद की है। प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया है कि गिरोह के सदस्य पुलिस वर्दी का इस्तेमाल कर लोगों को पैसे दोगुने करने का लालच देकर ठगी करते थे।
सिरसा सिविल लाइन थाना प्रबंधक प्रदीप कुमार ने शुक्रवार को बताया कि महिला सब इंस्पेक्टर प्रवीण कुमारी अपनी टीम सहित सिरसा के भगत सिंह स्टेडियम के पास गश्त व चैकिंग ड्यूटी पर थी। इस दौरान एक संदिग्ध जीप आती दिखाई दी। रूकने का इशारा करने पर चालक ने गाड़ी रोककर वापस मोडऩे की कोशिश की। शक होने पर पुलिस टीम ने घेराबंदी कर गाड़ी को रोका तो गाड़ी चालक के अलावा दो व्यक्ति पुलिस वर्दी (सब इंस्पेक्टर व एएसआई) में बैठे मिले।
पूछताछ करने पर चालक ने अपना नाम सुमेर पुत्र गोपीचंद निवासी ढाबी टेक सिंह जिला जींद, दूसरे व्यक्ति की पहचान रामदिया उर्फ संदीप पुत्र देवा सिंह निवासी ढाबी टेक सिंह जिला जींद तथा तीसरे व्यक्ति की पहचान नरेश कुमार उर्फ मुर्गा पुत्र शीशपाल निवासी जांडली खुर्द जिला फतेहाबाद के रूप में हुई है। पुलिस जांच में जीप की डिग्गी से असली नंबर प्लेट मिली तथा आरोपियों के पास गाड़ी व वर्दी से संबंधित कोई वैध दस्तावेज व पहचान पत्र नहीं मिले। पुलिस ने मौके पर ही गाड़ी, नकली नंबर प्लेट व पुलिस वर्दी को अपने कब्जे में ले लिया। आरोपियों को गिरफ्तार कर थाना सिविल लाइन सिरसा में मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी गाड़ी की नकली नंबर प्लेट व पुलिस वर्दी का इस्तेमाल कर लोगों को डबल मुनाफा का लालच देकर गुमराह करके ठगी करते थे। पुलिस आरोपियों से गहन पूछताछ कर रही है। आरोपियों को गुरुग्राम व टोहाना ले जाकर गाड़ी खरीद और नकली नंबर प्लेट बनवाने के स्थान की निशानदेही करवाई जाएगी। आरोपियों को पेश अदालत किया गया जहां से सुमेर को तीन दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है जबकि रामदिया व नरेश कुमार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।