ऊर्जा सुरक्षा वैश्विक मुद्दा, भारत स्वच्छ ऊर्जा की दिशा में कर रहा निर्णायक कदम : अनुराग ठाकुर

शिमला{ गहरी खोज }: पूर्व केंद्रीय मंत्री और हमीरपुर से सांसद अनुराग सिंह ठाकुर ने न्यूयॉर्क में अमेरिका-भारत रणनीतिक साझेदारी मंच द्वारा आयोजित नवीन ऊर्जा समीकरण विषयक कार्यक्रम में भारत का पक्ष रखते हुए कहा कि ऊर्जा सुरक्षा केवल राष्ट्रीय नहीं, बल्कि एक वैश्विक मुद्दा है और इसके समाधान के लिए ऊर्जा, अर्थव्यवस्था और पारिस्थितिकी के बीच संतुलन जरूरी है। ठाकुर ने कहा कि भारत, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आत्मनिर्भरता और लचीलेपन को केंद्र में रखते हुए राष्ट्रीय महत्वपूर्ण खनिज मिशन और 1200 अन्वेषण परियोजनाएं शुरू कर चुका है, जिनका उद्देश्य 30 प्रमुख खनिजों की खोज है।
उन्होंने ऊर्जा तक सार्वभौमिक पहुँच को मौलिक अधिकार बताया और जलवायु परिवर्तन को वैश्विक त्रासदी मानते हुए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता पर बल दिया है। ठाकुर ने बताया कि भारत के डेटा सेंटर 2030 तक देश की कुल बिजली का 2.6% उपभोग करेंगे, और ऊर्जा की मांग में भारी वृद्धि होगी। उन्होंने कहा कि आर्थिक विकास आवश्यक है, लेकिन हमें पर्यावरण का भी ध्यान रखना होगा। यदि हम पारंपरिक ऊर्जा से गैर-पारंपरिक स्रोतों की ओर बढ़ें, तो हरित और स्थायी ऊर्जा संभव है।”
अनुराग ठाकुर ने जानकारी दी कि भारत की कुल स्थापित बिजली क्षमता जून 2025 तक 476 गीगावाट तक पहुँच गई है, जिसमें 235.7 गीगावाट गैर-जीवाश्म स्रोतों से है। भारत अब सौर ऊर्जा में दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा उत्पादक बन गया है।