आत्मनिर्भरता से सशक्त बनेगा भारत और विकास से लोगों पर कर का बोझ होगा कम: प्रधानमंत्री

नई दिल्ली{ गहरी खोज }: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि वैश्विक उथल-पुथल और अनिश्चितताओं के बीच भारत आत्मनिर्भरता की राह पर मजबूती से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि दूसरे देशों पर निर्भर रहने से विकास बाधित होता है। ऐसे में भारत का संकल्प ‘आत्मनिर्भर भारत’ ही है।
प्रधानमंत्री ने आज उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में अंतरराष्ट्रीय व्यापार शो-2025 का उद्घाटन किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘चिप से लेकर शिप तक’ हर उत्पाद का निर्माण भारत में होना चाहिए। उन्होंने इस संदर्भ में उत्तर प्रदेश की भूमिका को सराहा। उन्होंने कहा कि देश में बनने वाले कुल मोबाइल फोनों में से 55 प्रतिशत यहीं बनते हैं। साथ ही अब सेमीकंडक्टर क्षेत्र में भी उत्तर प्रदेश अग्रणी भूमिका निभाएगा।
उन्होंने नवाचार की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि अनुसंधान और विकास में निवेश को प्राथमिकता देनी होगी। नवाचार ही दुनिया को आगे ले जाता है और उसके बिना प्रगति संभव नहीं है। सरकार ने इस दिशा में कदम उठाए हैं। अब समय है कि निजी क्षेत्र आगे आए। उन्होंने कहा कि स्वदेशी डिजाइन और तकनीक को बढ़ावा देना समय की मांग है।
प्रधानमंत्री मोदी ने उनकी सरकार के दौरान कर व्यवस्था में किए गए सुधारों का उल्लेख किया जिसमें हाल ही में जीएसटी दरों में कटौती भी शामिल है। उन्होंने विपक्ष खासकर कांग्रेस पर भ्रम फैलाने का आरोप लगाया और कहा कि साल 2014 से पहले यूपीए कार्यकाल में इसमें अधिक जटिलता थी। उस दौरान 100 रूपये के समान पर 31 रूपये कर लगते थे जो अब घटकर केवल पांच रुपए हो गया है। यानी लोगों को 26 रूपये की बचत हो रही है। प्रधानमंत्री ने विकास को प्राथमिकता देने की उनकी सरकार की भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा कि जैसे-जैसे विकास होगा लोगों पर कर का बोझ कम होगा। उनकी सरकार में लोगों की आमदनी और बचत दोनों बढ़े हैं।
उन्होंने निवेशकों से उत्तर प्रदेश में निवेश करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि यहां लाखों एमएसएमई का मजबूत नेटवर्क है। इनकी क्षमता का उपयोग कर संपूर्ण उत्पाद यहीं तैयार किए जा सकते हैं। केंद्र और राज्य सरकार निवेशकों को हरसंभव सहयोग देने के लिए तत्पर हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस (जैम) पोर्टल पर 25 लाख से अधिक विक्रेता और सेवा प्रदाता जुड़े हैं। अब तक 15 लाख करोड़ रुपये का कारोबार इस मंच पर हो चुका है। इसमें से सात लाख करोड़ रुपये का लेन-देन एमएसएमई क्षेत्र से हुआ है।
उन्होंने कहा कि भारत ने आज रक्षा, प्रौद्योगिकी और विनिर्माण में मजबूत आधार तैयार किया है। रूस की मदद से उत्तर प्रदेश में एके-203 राइफल का निर्माण शुरू होगा। रक्षा कॉरिडोर और सेमीकंडक्टर परियोजनाओं से उत्तर प्रदेश आत्मनिर्भर भारत का बड़ा केंद्र बनेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘मेड इन इंडिया’ उत्पादों- वंदे भारत, ब्रह्मोस मिसाइल और एयरक्राफ्ट कैरियर- से भारत की शक्ति और आत्मविश्वास स्पष्ट दिखाई देता है। उन्होंने दोहराया कि आत्मनिर्भरता, नवाचार और सुधार ही भारत को विकसित राष्ट्र की ओर ले जाएंगे।
उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश अंतरराष्ट्रीय व्यापार शो-2025 का आयोजन 25 से 29 सितंबर तक ग्रेटर नोएडा में हो रहा है। इस आयोजन का विषय ‘अल्टीमेट सोर्सिंग बिगिन्स हियर’ है। इसमें 2400 से अधिक प्रदर्शक, 1.25 लाख बी2बी खरीदार और 4.5 लाख बी2सी आगंतुक शामिल होंगे। रूस इस बार साझेदार देश है, जो भारत-रूस संबंधों को और प्रगाढ़ करेगा।