नवाचार को बढ़ावा देने को 2,277 करोड़ के परिव्यय के साथ डीएसआईआर योजना को मंजूरी

नई दिल्ली{ गहरी खोज }: केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को अनुसंधान और विकास के क्षेत्र में नवाचार और युवा प्रतिभा को बढ़ावा देने के लिए कुल 2,277.397 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान विभाग/वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (डीएसआईआर/सीएसआईआर) योजना को मंजूरी दे दी।
मंत्रिमंडल की बैठक के बाद सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने राष्ट्रीय मीडिया सेंटर में प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने “क्षमता निर्माण और मानव संसाधन विकास” नामक योजना को 15वें वित्त आयोग चक्र 2021-22 से 2025-26 की अवधि के लिए मंजूरी दी है। यह योजना सीएसआईआर द्वारा कार्यान्वित की जा रही है।
वैष्णव ने बताया कि यह योजना देशभर के सभी अनुसंधान एवं विकास संस्थानों, राष्ट्रीय प्रयोगशालाओं, राष्ट्रीय महत्व के संस्थानों, प्रतिष्ठित संस्थानों और विश्वविद्यालयों को कवर करेगी। यह पहल विश्वविद्यालयों, उद्योग, राष्ट्रीय अनुसंधान एवं विकास प्रयोगशालाओं और शैक्षणिक संस्थानों में करियर बनाने के इच्छुक युवा, उत्साही शोधकर्ताओं के लिए एक व्यापक मंच प्रदान करती है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रख्यात वैज्ञानिकों और प्रोफेसरों के मार्गदर्शन में ये योजना विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं इंजीनियरिंग, चिकित्सा और गणितीय विज्ञान के विकास को बढ़ावा देगी।