संपत एल्यूमिनियम ने निवेशकों को किया निराश, फ्लैट लिस्टिंग के बाद बना बिकवाली का दबाव

नई दिल्ली{ गहरी खोज }: एल्यूमिनियम वायर रॉड बनाने वाली कंपनी संपत एल्यूमिनियम के शेयरों ने आज स्टॉक मार्केट में फ्लैट एंट्री करके अपने आईपीओ निवेशकों को निराश कर दिया। निवेशकों की निराशा तब और बढ़ गई, जब लिस्टिंग के बाद बिकवाली के दबाव में कंपनी के शेयरों में और गिरावट आ गई। आईपीओ के तहत कंपनी के शेयर 120 रुपये के भाव पर जारी किए गए थे। आज बीएसई के एसएमई प्लेटफॉर्म पर इसकी लिस्टिंग बिना किसी बदलाव के 120 रुपये के स्तर पर ही हुई। लिस्टिंग के बाद बिकवाली का दबाव बन गया, जिसके कारण थोड़ी ही देर में कंपनी के शेयर गिरकर 114 रुपये के लोअर सर्किट लेवल पर पहुंच गए। हालांकि, दिन के दूसरे सत्र में लिवाली शुरू हो जाने के कारण इन शेयरों का लोअर सर्किट ब्रेक हुआ। इसके बावजूद ये नुकसान में ही कारोबार करते रहे। पूरे दिन के कारोबार के बाद संपत एल्यूमिनियम के शेयर 115.05 रुपये के स्तर पर बंद हुए। इस तरह पहले दिन के कारोबार में ही कंपनी के आईपीओ निवेशकों को 4.13 प्रतिशत का नुकसान हो गया।
संपत एल्यूमिनियम का 30.53 करोड़ रुपये का आईपीओ 17 से 19 सितंबर के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों की ओर से शानदार रिस्पॉन्स मिला था, जिसके कारण ये ओवरऑल 169.09 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इनमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (क्यूआईबी) के लिए रिजर्व पोर्शन 87.02 गुना सब्सक्राइब हुआ था। नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (एनआईआई) के लिए रिजर्व पोर्शन में 295.88 गुना सब्सक्रिप्शन आया था। इसी तरह रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व पोर्शन 161.68 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इस आईपीओ के तहत 10 रुपये फेस वैल्यू वाले 25.44 लाख नए शेयर जारी किए गए हैं। आईपीओ के जरिये जुटाए गए पैसे का इस्तेमाल कंपनी अपनी नई मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी सेट अप करने, वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।
कंपनी की वित्तीय स्थिति की बात करें तो प्रॉस्पेक्टस में किए गए दावे के मुताबिक इसकी वित्तीय सेहत लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी को 1.42 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था, जो अगले वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़ कर 6.58 करोड़ रुपये और 2024-25 में उछल कर 6.93 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। हालांकि इस दौरान कंपनी की राजस्व प्राप्ति में लगातार उतार चढ़ाव होता रहा। वित्त वर्ष 2022-23 में इसे 131.03 करोड़ रुपये का कुल राजस्व प्राप्त हुआ। इसके बाद वित्त वर्ष 2023-24 में कंपनी का राजस्व बढ़कर 148.92 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया, लेकिन अगले ही वित्त वर्ष 2024-25 में कंपनी की राजस्व प्राप्ति कम हो कर 133 करोड़ रुपये के स्तर पर आ गई। मौजूदा वित्त वर्ष 2025-26 की बात करें, तो पहले चार महीने यानी अप्रैल से जुलाई 2025 में कंपनी को 3.35 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ है। इसी तरह इस अविधि में कंपनी को 52.30 करोड़ रुपये के राजस्व की प्राप्ति हुई है।