सभी धर्मों की एकता और सद्भावना की नींव को सुरक्षित रखना हमारा संकल्प : ममता बनर्जी

कोलकाता{ गहरी खोज }: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने स्वतंत्रता सेनानी प्रीतिलता वाद्देदार की पुण्यतिथि पर बुधवार को श्रद्धांजलि देते हुए देश में सभी धर्मों की एकता, सद्भाव और समन्वय की नींव को सुरक्षित रखने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि आज की परिस्थितियों में यह और भी जरूरी हो गया है।
ममता बनर्जी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर कहा कि देश को आज़ादी अपार कठिनाइयों और बलिदानों से मिली थी। महान स्वतंत्रता सेनानियों का सपना था कि आजाद भारत एक ऐसी नींव पर खड़ा हो, जहां एकता, सद्भाव और सभी धर्मों का समन्वय कायम रहे। इस विरासत को सुरक्षित रखना ही हमारा संकल्प है।
उन्हाेंने कहा कि बंगाल की धरती ने कई वीरांगनाओं को जन्म दिया है, जिन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई। इनमें मातंगिनी हाजरा, कल्पना दत्ता, वीना दास और सुनीति चौधरी जैसी महिलाएं शामिल हैं। उन्होंने कहा, मैं हमेशा मानती हूं कि बंगाल के बिना स्वतंत्रता संग्राम सफल नहीं होता। बंगाल इस आंदोलन की रीढ़ था।
प्रीतिलता वाद्देदार के संघर्ष को याद करते हुए, मुख्यमंत्री ने बताया कि 1932 में उन्होंने चिटगांव (अब बांग्लादेश) के पहाड़तली यूरोपियन क्लब पर सशस्त्र हमला किया था। इस क्लब के बाहर बोर्ड पर लिखा था – कुत्तों और भारतीयों का प्रवेश वर्जित। प्रीतिलता ने अपने साहस और बलिदान से स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में अमर स्थान बनाया।