श्रीलंका यात्रा पर गए नौसेना प्रमुख ने द्विपक्षीय रक्षा संबंध बढ़ाने पर दिया जोर

- नौसेना प्रमुख एडमिरल्स कप, अंतरराष्ट्रीय फ्लीट रिव्यू और मिलन जैसी बहुपक्षीय पहलों में शामिल होंगे
नई दिल्ली{ गहरी खोज }: श्रीलंका की यात्रा पर गए नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी ने मंगलवार को श्रीलंका के प्रधानमंत्री डॉ. हरिनी अमरसूर्या से मुलाकात की और समुद्री सहयोग पर विशेष ध्यान देते हुए द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को बढ़ाने पर व्यापक चर्चा की। भारत और श्रीलंका के बीच दीर्घकालिक रक्षा और समुद्री संबंधों को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से आधिकारिक यात्रा के दौरान नौसेना प्रमुख एडमिरल्स कप, अंतरराष्ट्रीय फ्लीट रिव्यू और मिलन जैसी बहुपक्षीय पहलों में शामिल होंगे।
उन्होंने आज कोलंबो में नेशनल डिफेंस कॉलेज में प्रतिभागियों को संबोधित करके हिंद महासागर क्षेत्र में भारत और श्रीलंका के बीच ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और रणनीतिक संबंधों पर प्रकाश डाला। बदलती भू-राजनीति, तकनीकी प्रगति और ग्रे-ज़ोन खतरों सहित विकसित वैश्विक समुद्री गतिशीलता पर सीएनएस ने विश्वसनीय क्षमता, गहन सहयोग और तकनीकी परिवर्तन पर जोर दिया। उन्होंने भारत-श्रीलंकाई नौसैनिक तालमेल के मॉडल के रूप में समुद्री डकैती विरोधी अभियानों और नशीले पदार्थों की रोकथाम में सफल संयुक्त अभियानों का हवाला दिया और गोवा मैरीटाइम सिम्पोजियम और स्लिनेक्स जैसे प्लेटफार्मों को साझा समुद्री क्षमता के प्रमुख प्रवर्तकों के रूप में उजागर किया।
एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी ने 22 सितंबर को अपनी यात्रा की शुरुआत कोलंबो स्थित भारतीय शांति सेना (आईपीकेएफ) स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित करके की। इस समारोह में आईपीकेएफ अभियानों के दौरान विशिष्ट सेवा देने वाले भारतीय सैनिकों के साहस, वीरता और सर्वोच्च बलिदान को सम्मानित किया गया। इसने भारत-श्रीलंका संबंधों के गहरे ऐतिहासिक बंधन और साझा बलिदानों को भी प्रतिबिंबित किया।
नौसेना प्रमुख ने कोलंबो में भारतीय नौसेना के स्टील्थ फ्रिगेट आईएनएस सतपुड़ा पर एक डेक रिसेप्शन का भी आयोजन किया, जिसमें भारत और श्रीलंका के बीच गहरे समुद्री और सांस्कृतिक संबंधों की पुष्टि की गई। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में श्रीलंका के न्याय एवं राष्ट्रीय एकीकरण मंत्री हर्षना नानायक्कारा और श्रीलंका में भारत के उच्चायुक्त संतोष झा उपस्थित थे।
नौसेना प्रमुख ने श्रीलंका के उप रक्षा मंत्री मेजर जनरल केपी अरुणा जयासेकरा, रक्षा सचिव एयर वाइस मार्शल संपत थुयाकोन्था (सेवानिवृत्त), श्रीलंका नौसेना के कमांडर वाइस एडमिरल कंचना बनगोडा, श्रीलंका वायु सेना के कमांडर एयर मार्शल वीबी एदिरिसिंघे और श्रीलंका सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल लासांथा रोड्रिगो से बातचीत की।
इनके साथ चर्चाओं में दोनों देशों के रक्षा सहयोग और सेनाओं के बीच अंतर-संचालन क्षमता बढ़ाने के साझा संकल्प को रेखांकित किया गया। मुख्य फोकस नौसैनिक सहयोग को आगे बढ़ाने, समुद्री सुरक्षा को मजबूत करने और संयुक्त प्रशिक्षण एवं परिचालन तालमेल के अवसर तलाशने पर था।इन मुलाकातों ने सैन्य संबंधों को मजबूत करने, क्षमता निर्माण को बढ़ावा देने और हिंद महासागर क्षेत्र (आईओआर) में बेहतर समन्वय को बढ़ावा देने के लिए भारत की दृढ़ प्रतिबद्धता की पुष्टि की।