इस विटामिन की कमी से तेजी से बढ़ सकता है ब्लड शुगर लेवल, जानें कैसे करें इसकी कमी को पूरा?

लाइफस्टाइल डेस्क { गहरी खोज }: डायबिटीज की बीमारी खराब मेटाबोलिज्म से जुड़ी हुई है। इस बीमारी में शरीर शुगर पचाने में असमर्थ होता है या कहें कि आपके खाने से जितना शुगर निकल रहा होता है, शरीर पर्याप्त मात्रा में उतना इंसुलिन प्रोड्यूस नहीं कर पाता है। ऐसे में एक शोध बताता है कि विटामिन की कमी कैसे डायबिटीज का कारण बन सकती है। दरअसल, इस शोध की मानें तो विटामिन डी डायबिटीज से जुड़ा हुआ है और इंसुलिन प्रोडक्शन को बढ़ावा देता है। इसके अलावा ये शिगर मेटाबोलिज्म को प्रभावित करता है और शुगर पचाने में तेजी से मदद करता है। इसके अलावा भी इस स्थिति में ये गहरी भूमिका निभाता है, जानते हैं इस बारे में विस्तार से।
डायबिटीज रोग किस विटामिन की कमी से होता है?
डायबिटीज सीधे तौर पर किसी एक विटामिन की कमी से नहीं होता, लेकिन विटामिन डी की कमी टाइप 1 और टाइप 2 दोनों प्रकार के मधुमेह के बढ़ते जोखिम से जुड़ी है और इस रोग के विकास में योगदान दे सकती है। विटामिन डी विभिन्न प्रकारों से मेटाबोलिज्म को प्रभावित है। विटामिन डी शुगर मेटाबोलिज्म के बायोलॉजिक प्रोसेस में तेजी लाती है और इंसुलिन सेल्स के काम काज को प्रभावित करती है। इससे इंसुलिन सेल्स तेजी से काम करते हैं और डायबिटीज को कंट्रोल करने में मददगार है। विटामिन बी12 और विटामिन ए जैसे अन्य विटामिन भी समग्र स्वास्थ्य और तंत्रिका कार्य में भूमिका निभाते हैं, और इनकी कमी मधुमेह से जुड़ी जटिलताओं को और बिगाड़ सकती है।
विटामिन डी की कमी से कैसे बचें?
विटामिन डी की कमी से बचने के लिए आप अपनी डाइट में मशरूम, दूध और कद्दू के बीजों को शामिल करना चाहिए। ये तीनों ही आपकी सेहत के लिए कारगर तरीके से काम करते हैं। साथ ही डायबिटीज के मरीज विटामिन डी की कमी से बचने के लिए अखरोट जैसे ड्राई फ्रूट्स का भी सेवन कर सकते हैं जो कि शरीर में शुगर पचाने में मददगार कुछ खास एंटीऑक्सीडेंट्स का घर है। तो, इस प्रकार से विटामिन डी की कमी डायबिटीज का कारण बनती है।