डीयू चुनाव : कॉलेज यूनियन में एबीवीपी ने लहराया परचम

नई दिल्ली{ गहरी खोज }: दिल्ली विश्वविद्यालय के कॉलेज छात्र संघ चुनाव में इस बार भी एबीवीपी का दबदबा रहा। कालकाजी स्थित देशबंधु कॉलेज में एबीवीपी समर्थित आर्यन सोनी और बिंदु साहनी ने क्रमशः अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद पर जीत दर्ज की। वहीं, सचिव पद पर श्रेया सिंह और संयुक्त सचिव पद पर जतिन खट्टर ने जीत हासिल की। कॉलेज के 2 काउंसलर पदों पर नितेश प्रताप सिंह और भौमिक त्यागी विजयी रहे। भौमिक त्यागी ने पहले राउंड से ही मजबूत बढ़त बनाकर रखी और अंतिम परिणाम में जीत सुनिश्चित की। इससे पहले वह संयुक्त सचिव के पद पर भी विजेता रह चुके हैं।
देशबंधु कॉलेज के मुख्य चुनाव अधिकारी प्रोफेसर कमल कुमार गुप्ता ने बताया कि कॉलेज में कुल 6 पदों पर चुनाव हुआ। विवेक विहार स्थित विवेकानंद महिला कॉलेज में भी एबीवीपी का परचम लहरा। अध्यक्ष पद पर हिमांशी सोनी, उपाध्यक्ष पर मनीषा, सचिव पर सिद्दक सैनी, संयुक्त सचिव पर गरिमा तोमर और कोषाध्यक्ष पद पर समीक्षा नागर ने जीत दर्ज की। केंद्रीय काउंसलर पदों पर तनिशा तंवर और वंशिका भड़ाना विजयी रहीं।
इसके अलावा मिरांडा हाउस, हिंदू कॉलेज, श्यामलाल कॉलेज, आत्माराम सनातन धर्म कॉलेज और एसजीटीबी खालसा कॉलेज समेत कई प्रतिष्ठित कॉलेजों में भी एबीवीपी ने विभिन्न पदों पर जीत हासिल की। श्यामलाल कॉलेज मॉर्निंग में इस बार एनएसयूआई को हराकर एबीवीपी ने कब्जा जमाया। कुछ कॉलेजों में एनएसयूआई और लेफ्ट के प्रत्याशियों ने भी जीत दर्ज की, लेकिन कुल मिलाकर अधिकांश कॉलेजों में एबीवीपी का वर्चस्व रहा।
दिल्ली विश्वविद्यालय के कुल 52 संस्थानों में से 47 कॉलेज डूसू में शामिल हैं और इनके छात्र संघ के चुनाव डूसू चुनाव के साथ ही होते हैं। जबकि 17 कॉलेज स्वतंत्र रूप से अपने छात्र संघ का चुनाव कराते हैं। हिन्दू कॉलेज में छात्र संघ अध्यक्ष को आमतौर पर प्रधानमंत्री का दर्जा दिया जाता है, जो कॉलेज राजनीति में विशेष महत्व रखता है। इस साल के परिणाम ने साफ कर दिया कि एबीवीपी ने डूसू और कॉलेज यूनियन दोनों स्तरों पर मजबूत पकड़ बनाए रखी है।