खुद सशक्त बनो, नारी जाति को सशक्त बनाओ: अर्जुन राम मेघवाल

- आर्य कन्या महाविद्यालय में स्वर्ण जयंती समारोह का समापन
प्रयागराज { गहरी खोज }: आर्य कन्या डिग्री कालेज में चल रहे सात दिवसीय ‘सार्थक’ स्वर्ण जयंती समारोह का शुक्रवार को समापन हो गया। समापन समारोह में मुख्य अतिथि केन्द्रीय कानून एवं न्याय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने अपने उद्बोधन में नारी शक्ति वन्दन अधिनियम का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी यह बिल गुजरात प्रान्त के स्वामी दयानन्द सरस्वती के महिला सशक्तिकरण को आधारभूत प्रेरणा मानकर लागू कराये।
उन्होनें बताया कि अंग्रेजों के समय के बने संसद भवन की जगह प्रधानमंत्री ने भारतीय सांसदों के लिए नया संसद भवन बनाया। उन्होंने छात्राओं को प्रेरित करते हुए कहा कि आप खुद सशक्त बनो तथा पूरे समाज की नारी जाति को सशक्त बनाओ। साथ ही कानून मंत्री ने जगजीत सिंह की गज़ल ‘जग ने छिना मुझसे, मुझे जो भी लगा प्यारा, को भी सुनाया।
महाविद्यालय के शासी निकाय के अध्यक्ष पंकज जायसवाल ने मुख्य अतिथि का स्वागत करते हुए कहा कि यह महाविद्यालय शिक्षा, कानून, कला, वाणिज्य के क्षेत्र में नित्य प्रगति पथ पर अग्रसर है। यहां की छात्राएं तकनीकी ज्ञान के साथ भारतीय परम्परा एवं संस्कृति की भी संवाहक है। पिछले पांच दशकों में यह संस्थान आर्य समाज एवं दयानन्दजी के मूलभूत सिद्धान्त का ध्वजवाहक बना है।
इस अवसर पर6 महाविद्यालय की पत्रिका आर्य गरिमा एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के न्यूज लेटर का विमोचन कानून मंत्री ने किया। साथ ही डॉ रंजना त्रिपाठी की पुस्तक ‘पाश्चात्य स्वरलिपि व भारतीय संगीतात्मकता’ का भी विमोचन किया। कार्यक्रम का संचालन चीफ प्रॉक्टर डॉ रंजना त्रिपाठी ने तथा धन्यवाद ज्ञापन प्राचार्या प्रो अर्चना पाठक ने किया। इस मौके पर महाविद्यालय के प्राध्यापकों ने स्वामी दयानन्द सरस्वती के जीवन पर आधारित किए गए नाटक मंचन की भी प्रस्तुति की।
कार्यक्रम में विधान परिषद् सदस्य सुरेन्द्र चौधरी, सेवानिवृत्त केपी सिंह, आरएस वर्मा, मलयज शर्मा, रवीन्द्र नाथ जायसवाल, पीएन मिश्र, अरुणेश जायसवाल, आलोक अरोड़ा, सलाहकार डॉ ममता गुप्ता, प्रो अंजू श्रीवास्तव, प्रो नीलांजना जैन, डॉ निशा खन्ना, डॉ मुदिता तिवारी, डॉ अमित पाण्डेय, डॉ अमित मिश्र, डॉ सव्य सांची त्रिपाठी, डॉ प्रियंका श्रीवास्तव आदि शिक्षक-शिक्षिकाएं तथा बड़ी संख्या में छात्राएं मौजूद रहीं।