विदेशी नौकरी का झांसा देकर ठगी करने वाला गिरोह पकड़ा

नई दिल्ली { गहरी खोज }: उत्तरी जिले के साइबर थाना पुलिस ने विदेशों में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने तीन दिन तक उप्र के विभिन्न इलाकों में छापेमारी कर गिरोह के दो आरोपितों सहदेव सिंह और उसके साथी नीरज को गिरफ्तार किया। यह कार्रवाई बुराड़ी निवासी शिकायतकर्ता धमेंद्र की शिकायत पर हुई। जिनसे ऑस्ट्रेलिया में नौकरी और वीजा दिलाने के नाम पर 3.12 लाख रुपये ठगे गए थे।
उत्तरी जिले के पुलिस उपायुक्त राजा बांठिया ने शुक्रवार को बताया कि आरोपितों ने पीड़ित को सबसे पहले वियतनाम का वीजा दिलवाया और फिर ऑस्ट्रेलियाई वीजा के नाम पर रकम ऐंठी। जब पीड़ित ने पैसे भेज दिए तो उसे ब्लॉक कर दिया गया। मामले की जांच के लिए एसआई अरविंद यादव को लगाया गया। पुलिस टीम ने तकनीकी जांच और 50 से अधिक मोबाइल नंबरों की कॉल डिटेल जांची। लगातार निगरानी के बाद पुलिस ने उप्र के एटा से मुख्य आरोपित सहदेव सिंह (37) और उसके साथी नीरज (37) को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने बताया कि सहदेव सिंह 10वीं पास है और पिछले दो वर्षों से फर्जी विदेशी नौकरी के नाम पर ठगी का कारोबार चला रहा था। वह व्हाट्सएप ग्रुप्स के जरिए लोगों को जोड़ता और अलग-अलग नामों जैसे मयंक पांडे, राहुल कुमार और अजय यादव बनकर बात करता था। वहीं नीरज के बैंक खातों का इस्तेमाल पैसों के लेन-देन में किया जाता था। पुलिस ने आरोपितों के बैंक खाते को फ्रीज कर 78,920 रुपये पीड़ित के नाम पर चिन्हित कराए हैं। पुलिस ने छापेमारी में 2 मोबाइल फोन, 3 पासबुक, 3 चेकबुक, 2 डेबिट कार्ड, 5 भारतीय सिम कार्ड और 3 वियतनामी सिम कार्ड बरामद किए हैं। पुलिस का कहना है कि आरोपितों ने कई और लोगों के साथ भी ठगी की है। मामले की जांच जारी है।