सीबीआई ने अधिवक्ता दंपत्ति हत्याकांड की जाँच अपने हाथ में ली

करीमनगर{ गहरी खोज }: केंद्रीय जाँच ब्यूरो (सीबीआई) ने पेद्दापल्ली ज़िले के मंथनी में उच्च न्यायालय के अधिवक्ता दंपत्ति गट्टू वामन राव और उनकी पत्नी पी.वी. नागमणि की सनसनीखेज हत्या की जाँच आधिकारिक तौर पर अपने हाथ में ले ली है। 17 फ़रवरी, 2021 को रामगिरी थाना क्षेत्र के अंतर्गत कलवाचेर्ला गाँव के बाहरी इलाके में दिनदहाड़े दंपत्ति की नृशंस हत्या कर दी गई थी।
घटना के बाद वामन राव के पिता गट्टू किशन राव ने पुलिस जाँच में पारदर्शिता की कमी का आरोप लगाते हुए सर्वोच्च न्यायालय का रुख किया था। उनकी याचिका पर कार्रवाई करते हुए सर्वोच्च न्यायालय ने मामला सीबीआई को सौंप दिया। अधिकारियों की एक टीम ने रामागुंडम पुलिस आयुक्तालय में एक अस्थायी कार्यालय स्थापित किया है और शिकायत, प्राथमिकी, रिमांड डायरी और आरोप पत्र सहित सभी केस रिकॉर्ड की समीक्षा कर रही है।
गुरुवार को सीबीआई टीम ने कलवाचेर्ला में अपराध स्थल और गुंजापडुगु में परिवार के घर का दौरा करके अपनी ज़मीनी जाँच शुरू की। उन्होंने आगे की जानकारी जुटाने के लिए वामन राव के पिता किशन राव और उनके भाई गट्टू चंद्रशेखर से भी मुलाकात की। एजेंसी शुरुआती जाँच में शामिल पुलिस अधिकारियों के साथ-साथ गिरफ्तार किए गए संदिग्धों से भी पूछताछ करेगी। जाँच में मदद के लिए उन्नत तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिससे यह पता लगाया जा सके कि क्या ये हत्याएँ किसी बड़ी साज़िश का हिस्सा थीं और क्या पहले से गिरफ्तार लोगों के अलावा और भी लोग इसमें शामिल थे।