सूर्य ग्रहण के नकारात्मक प्रभावों से बचने के लिए गर्भवती महिलाएं जरूर बरतें ये 5 सावधानियां

धर्म { गहरी खोज } : सूर्य ग्रहण के दिन नकारात्मक शक्तियों का प्रभाव बढ़ जाता है जिसका असर हर व्यक्ति पर पड़ता है। खासकर गर्भवती महिलाओं के लिए ग्रहण काल अच्छा नहीं माना जाता। इसलिए ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को कुछ सावधानियां बरतनी की सलाह दी जाती है। आपको बता दें कि 22 सितंबर 2025 को साल का आखिरी सूर्य ग्रहण लगने आइए ऐसे में जान लेते हैं कि ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को क्या करने से बचना चाहिए और क्या काम करना इनके लिए शुभ साबित हो सकता है।
गर्भवती महिलाएं बरतें ये सावधानियां
- ग्रहण वाले दिन सूतक काल के दौरान गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर निकलने से बचना चाहिए। आपको बता दें कि सूर्य ग्रहण का सूतक काल 12 घंटे पहले से लग जाता है। 22 सितंबर को लगने वाले सूर्य ग्रहण के दौरान सूतक काल सुबह 11 बजे से शुरू हो जाएगा क्योंकि रात के 11 बजे से सूर्य ग्रहण शुरू होगा। सूतक के दौरान गर्भवती महिलाएं घर में ही रहें।
- सूर्य ग्रहण के दिन गर्भवती महिलाओं को नुकीली चीजों का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए। ग्रहण में महिलाओं के द्वारा नुकीली चीजों का इस्तेमाल करना सही नहीं माना जाता। कैंची, चाकू, सुई जैसी चीजों को खुद से इस दिन दूर ही रखें। किचन से जुड़ा कोई भी कार्य इस दिन करने से दूर रहें।
- सूर्य ग्रहण के दिन गर्भवती महिलाओं को घर के खिड़की दरवाजे भी बंद रखने चाहिए ताकि सूर्य की किरणें उन तक न पहुंचे। सूतक काल में सूर्य की किरणें गर्भवती महिलाओं के लिए अच्छी नहीं मानी जाती।
- गर्भवती महिलाओं को ग्रहण वाले दिन वाद-विवाद नहीं करना चाहिए और ना ही किसी के प्रति बुरे विचार अपने मन में आने देने चाहिए। इसका बुरा असर गर्भस्थ शिशु पर भी पड़ सकता है।
- नकारात्मक लोगों से मिलने से बचें और किसी नकारात्मकता फैलाने वाले स्थाान से भी दूर रहें।
- गर्भवती महिलाओं को सूर्य ग्रहण के दिन बाल और नाखून काटने से भी बचना चाहिए।
ये काम करने से होगा लाभ - सूर्य ग्रहण के दिन गर्भवती महिलाओं को ईश्वर का ध्यान करना चाहिए और धार्मिक पुस्तकें पढ़नी चाहिए।
- इस दिन मंत्रों का जप करना भी आपको लिए शुतभ फलदायक साबित हो सकता है।
- ग्रहण के बाद स्नान करके स्वच्छ वस्त्र पहनकर ग्रहण की नकारात्मकता दूर करें।
- ग्रहण के दिन विष्णु सहस्त्रनाम और आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करने से गर्भवती महिलाओं और गर्भस्थ शिशु को शुभ परिणाम मिलते हैं।