पानीपत रिफाइनरी में जबरन घुसने के आरोप में दो गिरफ्तार

पानीपत{ गहरी खोज }: पानीपत रिफाइनरी के मार्केटिंग परिसर में हथियारों से लैस होकर जबरन घुसने व कार्य में बाधा डालने के मामले में और दो आरोपियों को सीआईए वन पुलिस ने सोमवार रात को गिरफ्तार किया। पूछताछ में दोनों आरोपियों ने मामले में पहले गिरफ्तार हो चुके अपने सात साथी आरोपियों राजेंद्र, अंकित, संदीप, रमेश, गोविंद, सोनू व दीपक के साथ मिलकर उक्त वारदात को अंजाम देने बारे स्वीकार किया।
मामले में पहले गिरफ्तार हो चुके सात आरोपियों सोनीपत के बिचपड़ी गांव निवासी राजेंद्र, अंकित, संदीप व गंगेसर गांव निवासी रमेश, बड़ौता गांव निवासी गोविंद, पानीपत के ददलाना गांव निवासी सोनू व करनाल के मुनक गांव निवासी दीपक के कब्जे से वारदात में प्रयुक्त एक डोगा बंदूक, एक पिस्तौल व एक कार बरामद कर आरोपियों को न्यायालय में पेश कर जेल भेजा जा चुका था।
पूछताछ में आरोपी राजेंद्र ने पुलिस को बताया था उसका एक साथी आरोपी पहले रिफाइनरी में तेल लेने आने वाले प्रति टैंकर चालक से 300 रूपए की अवैध वसूली करता था। अवैध वसूली अब बंद हो गई थी। ड्राइवरों से दौबारा अवैध वसूली शुरू करने के लिए गिरोह के साथी आरोपियों के साथ मिलकर हथियारों से लैस होकर दबाव बनाने के लिए उक्त वारदात को अंजाम दिया था।
थाना सदर में रिफानरी के जीएम ने पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि 31 जुलाई का सुबह चार गाड़ियों में सवार 20/25 युवक जो हथियारों से लैस थे रिफाइनरी के कोको गेट से जबरन अंदर घुस आए। इनमें दो स्कार्पियों, एक बेलेनो व एक सेडान गाड़ी थी। गाड़ियों को अंदर पार्किंग में खड़ा कर हथियारों सहित युवक चालकों के केबिन में आए। इसके बाद उनमें से पांच युवक ऑफिस में आए और खुद को टेंकर ड्राइवरों का प्रधिनिधित्व बता कहा गाड़ियां उनके हिसाब से चलेगी।
थाना सदर में रिफाइनरी के जीएम की शिकायत पर अभियोग दर्ज कर पुलिस ने मामले की जांच व आरोपियों की धरपकड़ शुरू कर दी थी। आरोपियों के कब्जे से वारदात में प्रयुक्त एक डोगा बंदूक बरामद कर मंगलवार को पूछताछ के बाद पुलिस ने दोनों आरोपियों को न्ययालय में पेश किया जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।