रिटायर्ड डीजी ओपीएस मलिक का अस्पताल में निधन

गौतमबुद्धनगर{ गहरी खोज }: उत्तर प्रदेश कैडर के सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी ओपी एस मलिक का 72 वर्ष की आयु में मंगलवार सुबह नाेएडा के मैक्स अस्पताल में इलाज के दाैरान निधन हाे गया। देर रात को परिजनों ने इलाज के लिए उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया था।
परिजन उनका पार्थिव शरीर लेकर अपने निजी निवास सेक्टर 92 से सेक्टर 94 में लेकर आ गए हैं। उनके निधन की खबर मिलते ही पूर्व डीजीपी प्रकाश सिंह, रजनीकांत मिश्रा सहित पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी, उनके दोस्त, परिचित और नोएडा के सामाजिक संस्थाओं के लोग उनके निवास पर पहुंचे। नोएडा पुलिस के अधिकारियों ने उन्हें अंतिम सलामी दी।
पूर्व डीजीपी प्रकाश सिंह ने उनके बारे में बताया कि ओपी एस मलिक 1975 बैच के आईपीएस अधिकारी थे। उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में तैनात रहे थे। भारत सरकार में वह प्रतिनियुक्ति पर काफी दिनों तक रहे। इस दौरान उन्हाेंने केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो के डायरेक्टर के अलावा बीएसएफ, सीआईएसएफ, सीआरपीएफ सहित कई अर्धसैनिक बलों का नेतृत्व किया। अयोध्या में बाबरी मस्जिद के विध्वंस के समय वह अर्ध सैनिक बल के कमांडेंट के रूप में मोर्चा संभाले थे। तब वह काफी चर्चाओं में रहे। सेवानिवृत्त के बाद वे नोएडा में परिवार के साथ रह रहे थे। वह विभिन्न सामाजिक मुद्दों को लेकर भी सक्रिय रहते थे। वह पश्चिम प्रदेश निर्माण मोर्चा के संरक्षक भी रहे। उन्होंने इस बैनर तले पश्चिमी उत्तर प्रदेश को उत्तर प्रदेश से अलग करने के लिए प्रमुखता से मांग उठाई थी।